पाकिस्तान के नेशनल असेंबली में नए प्रधानमंत्री के चयन के लिए शुक्रवार को विशेष सत्र बुलाया गया था. विशेष सत्र में प्रधानमंत्री पद के लिए वोटिंग कराई गई जिसमें पाटीआई नेता इमरान खान ने बाजी मार ली.
असेंबली में एकतरफा जीत के बाद इमरान देश के 22वें प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लेने का रास्ता साफ हो गया और वह अब कल शनिवार को शपथ लेंगे. असेंबली में वोटिंग में इमरान को प्रधानमंत्री बनाए जाने के पक्ष में 176 मत पड़े जबकि विपक्ष के उम्मीदवार शहबाज शरीफ को 96 मत मिले.
इस विशेष सत्र में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के मनोनीत प्रधानमंत्री इमरान खान और पाकिस्तान मुस्लिम लीग (पीएमएल) के नेता शहबाज शरीफ भी मौजूद थे. दोनों ने सदन में नेता के रूप में नामांकन किया था जिस कारण वहां पर प्रधानमंत्री के चुनाव की स्थिति पैदा हुई और इसके लिए शुक्रवार को असेंबली में मतदान कराना पड़ा.
नेशनल असेंबली में 175 सीट के साथ पूर्ण बहुमत का दावा करने वाली पीटीआई पार्टी ने क्रिकेटर से नेता बने इमरान खान को प्रधानमंत्री के रूप में मनोनीत कर रखा है, लेकिन उनकी नियुक्ति में उस समय ट्विस्ट आ गया जब पीएमएल-एन के नेता शहबाज शरीफ ने भी विपक्षी दलों के साथ गठबंधन कर प्रधानमंत्री पद के लिए दावा ठोक दिया.
पाकिस्तान के इतिहास में पहली बार पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) ने प्रधानमंत्री पद के लिए हो रहे मतदान से हटने का फैसला लिया है. मतदान में इमरान को 176 मत हासिल हुए.
पीपीपी के पास सदन में 54 सीटें हैं तो पीएमएल-एन के पास 81 सीटें हैं. दूसरी तरफ 25 जुलाई को देश में हुए आम चुनाव में गठबंधन दलों के साथ मिलकर 151 सीटें हासिल की जो बहुमत से ज्यादा है. हालांकि असेंबली में अभी उसके पास 175 सांसदों का समर्थन है.