कुछ ही घंटों में जेल की सलाखों के पीछे जाने वाले पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कहा कि वह अपनी बीमार बीवी को लंदन में अल्लाह के भरोसे छोड़ रहे हैं और जेल में डाले जाने या फांसी पर चढ़ाए जाने की परवाह किए बगैर पाकिस्तान लौट रहे हैं.
पाकिस्तान के लिए रवाना होने से पहले नवाज अपनी बीमार बीवी कुलसुम शरीफ के पास लंदन में थे, लेकिन पाक में उनके और उनकी बेटी के खिलाफ एक अदालत की ओर से भ्रष्टाचार के मामले में सजा सुनाए जाने के बाद वह अपनी बेटी मरियम के साथ अपने देश लौट रहे हैं.
जल्द स्वस्थ होने की दुआ
अपनी बेटी मरियम नवाज के साथ लंदन छोड़ने से पहले संवाददाताओं को संबोधित करते हुए पीएमएल (एन) प्रमुख ने कहा था कि वह अपनी पत्नी को फिर से आंखें खोलते देखने की कामना करते हैं और देश से उनके शीघ्र स्वस्थ होने के लिए दुआ करने का अनुरोध करते हैं.पूर्व प्रधानमंत्री नवाज की पत्नी कुलसुम नवाज इन दिनों लंदन के एक अस्पताल में भर्ती हैं, उनको गले का कैंसर है, पिछले साल उनके इस बीमारी से ग्रसित होने का पता चला था जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए ब्रिटेन ले जाया गया था.
पनामा पेपर लीक के बाद उनके खिलाफ चल रहे भ्रष्टाचार के तीन मामलों में एक (एवेनफील्ड संपत्ति मामला) में कुछ ही दिन पहले ही एक भ्रष्टाचार रोधी अदालत ने 10 साल कैद की सजा सुनाई है.
68 वर्षीय नवाज शरीफ ने कहा कि वह जेल की परवाह किए बगैर घर लौट रहे हैं. वह इस बात को लेकर दुखी हैं कि वह अपनी बीमार पत्नी को वेंटीलेटर (जीवन रक्षक प्रणाली) पर छोड़ कर जा रहे हैं.
उन्होंने कहा, 'मैं वोट को सम्मान देने के वादे को पूरा करने के लिए लौट रहा हूं.' पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि वह अब नहीं रूकेंगे, चाहे उन्हें जेल में डाल दिया जाए या फांसी दे दी जाए. देश में 25 जुलाई को आम चुनाव है.
नवाज ने एवेनफील्ड मामले पर टिप्पणी करते हुए कहा कि फैसले में यह लिखा हुआ है कि उन्हें भ्रष्टाचार के आरोपों से दोषमुक्त कर दिया गया है.
दिखा न्याय का 'असली चेहरा'
उन्होंने कहा कि फैसले में यह लिखा जाना चाहिए था कि उनके खिलाफ भ्रष्टाचार का कोई साक्ष्य नहीं पाया जा सका. क्या ऐसा कोई पाकिस्तानी है जिसकी तीन पीढ़ियों को इस तरह की जवाबदेही का सामना करना पड़ा हो?नवाज ने कहा कि पाकिस्तान के लोगों ने एक बार फिर से न्याय का 'असली चेहरा' देखा है. उन्होंने पाकिस्तान की हर संस्था का सम्मान किया है. उन्होंने देश को 1998 में परमाणु शक्ति संपन्न बनाया था.
उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के इस बयान को लेकर उनकी आलोचना की कि वह लंदन से नहीं लौटेंगे. नवाज ने कहा, 'जो लोग मुझे विदेश यात्रा प्रतिबंध सूची में रख रहे हैं, उन्हें जानना चाहिए कि मैं वापस आ रहा हूं. मैं और मरियम वापस आ रहे हैं. यह मेरा उनके लिए संदेश है कि मैं उनमें से नहीं जो भाग जाऊंगा.'
परवेज मुशर्रफ का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि पूर्व तानाशाह जनरल परवेज मुशर्रफ फरार हैं और उन्हें वापस लाने की किसी के पास ताकत नहीं है. उन्होंने कहा, 'मैं देश का कर्ज चुकाने आ रहा हूं जिसने मुझे तीन बार प्रधानमंत्री चुना.'
नवाज शरीफ की उत्तराधिकारी समझी जा रही मरियम नवाज (44) ने कहा कि अपनी मां को इस स्थिति में छोड़ कर जाने जैसा कोई और दर्द नहीं हो सकता, लेकिन एक राष्ट्रीय कर्तव्य है और हमें अवश्य ही यह अहम यात्रा करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान एक अहम मोड़ पर खड़ा है और यह निर्णायक घड़ी है.