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पाकिस्तान के PM निर्वाचित होने के बाद इमरान खान के पहले भाषण की 15 बड़ी बातें

पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में शनिवार को इमरान खान को प्रधानमंत्री निर्वाचित किया गया. उनके पक्ष में 176 मत पड़े, जबकि विपक्ष के उम्मीदवार शहबाज शरीफ को सिर्फ 96 वोट मिले. प्रधानमंत्री निर्वाचित होने के बाद इमरान खान ने असेंबली को संबोधित किया.

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इमरान खान
इमरान खान

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पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में नए प्रधानमंत्री के चयन के लिए शुक्रवार को विशेष सत्र बुलाया गया था. इसमें प्रधानमंत्री पद के लिए वोटिंग कराई गई, जिसमें पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के नेता इमरान खान ने बाजी मार ली.

इस जीत के बाद शनिवार को इमरान खान पाकिस्तान के 22वें प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लेंगे. इमरान खान के पक्ष में 176 मत पड़े, जबकि विपक्ष के उम्मीदवार शाहबाज शरीफ को सिर्फ 96 वोट मिले. प्रधानमंत्री निर्वाचित होने के बाद इमरान खान ने असेंबली को संबोधित किया. पढ़िए पीएम निर्वाचित होने के बाद इमरान खान के भाषण की 15 बड़ी बातें......

- हमारा पहला कदम सभी भ्रष्ट नीतियों पर सख्त एक्शन लेना होगा.

- पाकिस्तान से जो लोग पैसे लूटकर विदेश ले गए हैं, उस पैसे को वापस लाया जाएगा.

- देश का प्रधानमंत्री हर महीने कम से कम दो बार संसद में आएगा और सवालों के जवाब देगा.

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- जिनकी वजह से देश के लोगों के सिर पर कर्ज आया है, उनकी जिम्मेदारी तय की जाएगी.

- भ्रष्ट लोगों के बच निकलने के लिए कोई रास्ता नहीं छोड़ा जाएगा.

- हम ऐसी सरकार बनाएंगे जो देश के लोगों की कमाई से देश चलाएगी और हाथ फैलाने के लिए विदेश नहीं जाना पड़ेगा.

- जिन लोगों ने भी मेरा समर्थन किया है, मैं उन सभी का समर्थन अदा करता हूं.

- मैं किसी सैन्य तानाशाह या सेना के कंधे पर चढ़कर यहां तक नहीं आया हूं.

- मैं 22 सालों के संघर्ष के बाद यहां तक पहुंचा हूं. केवल एक ही नेता ने मुझसे ज्यादा संघर्ष किया है और वह हैं मेरे हीरो- जिन्ना.   

- मैं भरोसा दिलाता हूं कि मुझे कभी कोई ब्लैकमेल नहीं कर सकेगा.

- हमने चुनाव में कोई गड़बड़ी नहीं कराई है, इसलिए मैं सभी को सुप्रीम कोर्ट और चुनाव आयोग के पास जाने की सलाह देता हूं.

- अगर विपक्ष चुनावों में गड़बड़ी के आरोपों को लेकर गंभीर है तो सुप्रीम कोर्ट में जाए, सरकार उनका साथ देगी.

- मैंने 2013 में चार निर्वाचन क्षेत्रों में मतों की फिर से गिनती की मांग की, जिसे विपक्ष ने नहीं माना था. तब हमें कोर्ट जाकर न्याय मिला था.

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- अगर विपक्षी दल धरना देना चाहते हैं तो मैं उन्हें वह कंटेनर देने को तैयार हूं, जिसमें बैठकर मैंने कई महीनों तक धरना दिया था.

- अगर शाहबाज शरीफ और फजल उर रहमान इस कंटेनर में एक महीने तक भी बैठ गए तो मैं मान लूंगा कि विपक्ष मजबूत है.

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