पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने मंगलवार को कहा कि पवित्र पैगंबर के नाम पर किसी भी तरह की क्रूरता करने वाले को सजा दी जाएगी. इमरान खान का ये बयान पाकिस्तान में श्रीलंकाई मैनेजर की मॉब लिंचिंग के बाद आया.
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में फैक्ट्री में काम करने वाले कर्मचारियों की भीड़ ने श्रीलंकाई मैनेजर के साथ मारपीट के बाद उसे जला दिया गया था. उस पर ईशनिंदा का आरोप लगाते हुए इस क्रूरता को अंजाम दिया गया.
इस घटना को लेकर पूरे विश्व में पाकिस्तान की आलोचना हो रही है. उधर, पाकिस्तान के कुछ बड़े मौलवी शोक व्यक्त करने के लिए इस्लामाबाद में श्रीलंकाई उच्चायोग पहुंचे.
मुस्लिम बहुल पाकिस्तान में ईशनिंदा के आरोप में हमेशा से भीड़ द्वारा हत्याएं होती रही हैं. जबकि पाकिस्तान में ईशनिंदा के आरोप में मौत तक की सजा का प्रावधान है.
उधर, इमरान खान ने कहा, मैं साफ कर देना चाहता हूं कि मैंने फैसला किया है, अब से कोई भी धर्म के नाम पर खासकर पैगंबर के नाम पर क्रूरता करता है, शांति भंग करने की कोशिश करता है, उसे बख्शा नहीं जाएगा.
ये शर्म का दिन
इससे पहले इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा था कि सियालकोट में फैक्ट्री पर भीषण हमले और श्रीलंकाई मैनेजर को जिंदा जलाना पाकिस्तान के लिए शर्म का दिन है.
क्या है मामला?
पाकिस्तान के सियालकोट में ईशनिंदा के आरोप में श्रीलंका के नागरिक की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी. सियालकोट में श्रीलंका के प्रियंथा दियावड़ाना कुमारा एक कपड़े की फैक्ट्री में एक्सपोर्ट मैनेजर के तौर पर काम कर रहे थे. इस शख्स पर फैक्ट्री के मजदूरों ने आरोप लगाया कि उन्होंने पैगंबर मोहम्मद के नाम वाले पोस्टर फाड़ डाले थे. इसके बाद फैक्ट्री के मजदूरों ने उनपर हमला कर दिया. प्रियंथा दियावड़ाना को बेरहमी से पीटा. जब भीड़ के हमले में श्रीलंकाई मैनेजर की मौत हो गई तो दंगाइयों की भीड़ ने उनकी लाश को भी जला दिया.