पाकिस्तान अपनी नापाक हरकत से बाज आने का नाम नहीं ले रहा है. पहले उसने भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर अभिनंदन को छोड़ने में आनाकानी की और सौदेबाजी की कोशिश की, लेकिन जब भारत राजी नहीं हुआ, तो उसने अभिनंदन को छोड़ दिया. हालांकि, अभिनंदन की रिहाई के कुछ मिनट पहले पाकिस्तान अपनी नापाक चालबाजी दिखा गया. उसने अभिनंदन से जबरन एक वीडियो बनवाया और उसमें अपनी सेना की तारीफ करवाई. इतना ही नहीं, इस वीडियो को अभिनंदन को भारत को सौंपने से महज कुछ मिनट पहले पाकिस्तानी मीडिया में चलाया गया.
इस वीडियो में अभिनंदन को यह कहते हुए दिखाया गया कि पाकिस्तानी आर्मी प्रोफेशनल है. उसने ही उनको लोगों से बचाया और अच्छा व्यवहार किया. वीडियो को देखने से एक बात तो साफ होती है कि इसमें अभिनंदन जो कह रहे हैं, उसे एडिट करके पेश किया गया. उनते डेढ़ मिनट के वीडियो में 15 से ज्यादा कट देखे गए. इससे पहले पाकिस्तान अभिनंदन को रिहा करने के लिए सुबह से ही आनाकानी करता रहा. पहले उसने सुबह अभिनंदन को भारत को सौंपने की बात कही, फिर दोपहर दो बजे और फिर रात को कागजी कार्रवाई में देरी होने की दलील देने लगा.
पाकिस्तान ने घंटों इंतजार कराने के बाद रात नौ बजे के बाद विंग कमांडर अभिनंदन को वाघा बॉर्डर से भारत को सौंपा. इसके बाद वायुसेना के अधिकारी अभिनंदन को लेकर अमृतसर पहुंचे और दिल्ली के लिए रवाना हो गए. आपको बता दें कि पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान में घुसकर जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों को तबाह किया था. भारतीय वायुसेना की इस कार्रवाई में कई आतंकी भी मारे गए. इससे पाकिस्तान बुरी तरह बौखला गया था और भारतीय क्षेत्र में हवाई हमले किए थे.
पाकिस्तानी हवाई हमले का भारतीय वायुसेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया था और पाकिस्तान के लड़ाकू विमान F-16 को मार गिराया था. इस दौरान भारतीय वायुसेना का मिग-21 लड़ाकू विमान भी गिर गया था और पायलट अभिनंदन पाकिस्तान के कब्जे वाले हिस्से में पहुंचे गए थे. इसके बाद पाकिस्तानी सेना ने उनको बंधक बना लिया था. इसको लेकर खूब बवाल हुआ और भारत ने विंग कमांडर अभिनंदन को रिहा करने को कहा.
भारत की चेतावनी के बाद गुरुवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए ऐलान किया कि वो शुक्रवार को विंग कमांडर अभिनंदन को छोड़ देंगे. इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि वो शांति पहल के तहत यह कदम उठा रहे हैं. भारतीय पायलट अभिनंदन के वतन वापसी का पूरे हिंदुस्तान को इंतजार था. वाघा बॉर्डर में सुबह से ही लोग जमा हो गए थे.