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विरोध प्रदर्शन के बाद रद्द हुई हजरत मोहम्मद का कार्टून बनाने की प्रतियोगिता

गौरतलब है कि इस्लाम में हजरत मोहम्मद की तस्वीर या किसी तरह का कार्टून बनाना प्रतिबंधित है. ज्यादातर मुसलमान ऐसे किसी भी स्केच को आपत्तिजनक मानते हैं. ईशनिंदा पाकिस्तान में पूर्णतया प्रतिबंधित है और इसके लिए मौत की सजा तक का प्रावधान किया गया है.

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पाकिस्तान में हुई थी विरोध में रैली (फोटो क्रेडिट-AP)
पाकिस्तान में हुई थी विरोध में रैली (फोटो क्रेडिट-AP)

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यूरोपियन देश नीदरलैंड्स में आयोजित होने वाली पैगंबर हज़रत मोहम्मद पर आधारित कार्टून प्रतियोगिता को रद्द कर दिया गया है. इस प्रतियोगिता के विरोध में कई जगह मुस्लिम समुदाय के लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया था.

गुरुवार को पाकिस्तान के लाहौर और इस्लामाबाद में प्रतियोगिता के विरोध में काफी बड़ी रैली निकाली गई थी. पहले तय था कि इस प्रतियोगिता का आयोजन 2018 के अंत में होना था.

आपको बता दें कि पाकिस्तान की ओर से इस बारे में संयुक्त राष्ट्र में भी शिकायत दर्ज कराई गई थी. इसके अलावा डच राजदूत को भी इसके बारे में बताया गया था.

पाकिस्तान में इस विरोध प्रदर्शन की अगुवाई कट्टर इस्लामिक ग्रुप तहरीक-ए-लबाइक ने की थी. ये वही संगठन है जिसने आम चुनाव में इमरान खान का समर्थन किया था. पिछले साल इस संगठन ने धार्मिक आंदोलन के दौरान 3 हफ्ते तक आम जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया था.

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दरअसल, नीदरलैंड्स के सांसद ग्रीट विल्डर्स इस साल इस्लाम विरोधी कार्टून प्रतियोगिता आयोजित करने जा रहे थे, जिसमें हजरत मोहम्मद पर भी कार्टून बनाया जाना तय था.

आपको बता दें कि 2005 में यूरोप में एक अखबार में हजरत मोहम्मद का कार्टून बना दिया था जिस पर दुनियाभर में मुसलमानों विरोध-प्रदर्शन किया था. और कई लोगों ने कार्टूनिस्ट और अखबार के संपादक को जान से मारने की कई कोशिश की. इसके 10 साल बाद 2015 फ्रांस में चार्ली हाब्दो मैगजीन ने हजरत मोहम्मद का कार्टून बना दिया था, जिससे खिलाफ इसके ऑफिस में आतंकी हमला कर दिया गया जिसमें 12 लोगों की मौत हो गई थी.

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