पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान की ओर से भारत को दिए गए बातचीत के ऑफर पर भारत ने दो टूक जवाब दिया है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि हमने वह रिपोर्टें देखे हैं. भारत का रुख यही है कि हम सभी देशों के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध चाहते हैं. लेकिन इसके लिए आतंकवाद से मुक्त माहौल जरूरी है. भारत ने पाकिस्तान की सीमा हैदर और भारत से पाकिस्तान गई अंजू के मामले पर भी बयान दिया.
बागची ने पाकिस्तान से भारत आई सीमा हैदर के मामले पर कहा कि एजेंसियां सीमा हैदर मामले की जांच कर रही हैं. लेकिन अंजू का मामला कोई विदेश नीति का मामला नहीं है. यह एक निजी दौरा था.
पाकिस्तान प्रोपेगैंडा के लिए कश्मीर मुद्दा उठा रहा
बागची ने कहा कि पाकिस्तान लगातार कश्मीर का मुद्दा उठाता है. वह प्रोपेगैंडा फैलाने के लिए नियमित तौर पर ऐसा करता है. हम पाकिस्तान के इस प्रोपेगैंडा को गंभीरता से लेना नहीं चाहते.
विदेश मंत्रालय का कहना है कि भारत जी-20 बैठक से इतर कोई बैठक नहीं कर रहा. समिट से इतर अगर भारत की किसी अन्य देश के साथ बैठख होगी तो मैं अभी इस पर कोई टिप्पणी नहीं कर सकता.
बता दें कि पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान ने भारत से बातचीत की इच्छा जताई थी. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा था कि वह भारत सहित अपने सभी पड़ोसियों के साथ अच्छे संबंध चाहते हैं. उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान ऐसा माहौल तैयार करना चाहता है, जो आतंक और वैमनस्य से मुक्त हो.
पीएम शहबाज शरीफ ने कहा था कि अगर पड़ोसी (भारत) गंभीर है, तो वह (पाकिस्तान) बातचीत को तैयार हैं. शरीफ ने कहा, 'बीते 75 सालों में हमने तीन युद्ध लड़े हैं. इसने सिर्फ गरीबी, बेरोजगारी और संसाधनों की कमी को जन्म दिया है. युद्ध अब विकल्प नहीं है.'
शहबाज शरीफ यहां 1965 (कश्मीर युद्ध), 1971 युद्ध (बांग्लादेश बंटवारा), 1999 (कारगिल युद्ध) का जिक्र कर रहे थे, तीनों में ही पाकिस्तान को मुंह की खानी पड़ी थी.
बता दें कि एक तरफ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने युद्ध ना करने की दुहाई दी थी लेकिन दूसरी तरफ उन्होंने भारत पर आरोप भी लगाए थे. उन्होंने कहा था कि पड़ोसी देश (भारत) को समझना होगा कि असामान्य चीजों को दूर किए बिना स्थिति को सामान्य नहीं किया जा सकता. शरीफ ने आगे कहा था कि कुछ गंभीर मुद्दों को शांतिपूर्वक और सार्थक चर्चा के साथ सुलझाना होगा.
पाकिस्तान की तरफ से अहिंसा की वकालत ऐसे वक्त में की गई थी, जब वह खुद अंदरूनी खतरों से जूझ रहा है. बीते हफ्ते ही खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में रैली के दौरान सुसाइड हमला हुआ, जिसमें 54 लोगों की जान चली गई. साल 2023 के शुरुआती सात महीनों में ही वहां 18 सुसाइड हमले को चुके हैं, जिसमें 200 लोगों की जान गई, वहीं 450 से ज्यादा इन हमलों में जख्मी हुए.
टुकड़े-टुकड़े होगा पाकिस्तान! जानें किन हिस्सों में चल रही है अलग मुल्क बनाने की मांग
इतना ही नहीं पाकिस्तान में महंगाई भी चरम पर है. इसी के साथ कई हिस्सों में अलग मुल्क बनाने की मांग भी तेज हो रही है. बावजूद इसके वह भारत के खिलाफ आतंकवादियों को तैयार करने की अपनी नापाक हरकत जारी रखे हुए है. उसकी तरफ से भारत में घुसपैठ, हथियार -ड्रग्स भेजना जारी ही है.
पाकिस्तान के इसी रवैये की वजह से भारत ने साफ कर दिया था कि पाकिस्तान जब तक जम्मू-कशमीर में आतंकवाद को बढ़ावा देना बंद नहीं करेगा तब तक रिश्ते सामान्य नहीं हो सकते.