पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद सीमा पार तनाव बढ़ने बढ़ गया है. पाकिस्तान क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड रोस्टर में शामिल सभी अनुभवी भारतीय क्रू सदस्यों को बदले जाने की अटकलों की वजह से आने वाले दिनों में पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल) का प्रसारण खतरे में पड़ सकता है.
पाकिस्तान ने भारत के प्रतिबंधों की देखादेखी नकल करते हुए भारतीयों को 30 अप्रैल तक पाकिस्तान से चले जाने को कहा है. दरअसल 30 अप्रैल तक की मियाद तय करने के पीछे भी पाक हुकूमत की गहरी मजबूरी और लाचारी है. भारत की नकल में पाक हुकूमत ने तेवर तो दिखाने की कोशिश की लेकिन टूटी कमर बल खा गई.
पाकिस्तान में आईपीएल को नकल में पाकिस्तान सुपर लीग यानी PSL के मैच चल रहे हैं. अपनी तमाम जरूरतों के लिए दूसरों पर निर्भर पाकिस्तान के लिए इस टूर्नामेंट का अधिकतर तकनीकी काम भारतीय विशेषज्ञ ही संभाल रहे हैं.
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भारतीय एक्सपर्ट संभाल रहे हैं पीएसएल में अहम जिम्मेदारी
पीसीबी के एक सूत्र ने बताया: "चूंकि पीएसएल के प्रोडक्शन और ब्रॉडकास्ट क्रू में दो दर्जन से अधिक भारतीय नागरिक शामिल थे, इसलिए उन्हें बदलने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं. ब्रॉडकास्ट और प्रोडक्शन क्रू में इंजीनियर, प्रोडक्शन मैनेजर, कैमरामैन, प्लेयर-ट्रैकिंग विशेषज्ञ (सभी भारतीय नागरिक) शामिल हैं, जो पीएसएल की सुचारू कवरेज सुनिश्चित करते हैं."
सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान कितनी भी जी तोड़ कोशिश कर ले 48 या 72 घंटे में इनका विकल्प नहीं ला सकता. PSL के लिए ग्राफिक्स से लेकर लाइव स्कोरिंग और ब्रेकिंग कैप्सूल तक भारत के भरोसे हैं. लिहाजा इतने कम समय में ये इंतजाम नहीं हो पाएगा. पहले से टूटी कमर वाला पाकिस्तान PSL फेल होने से और भी कंगाल हो जाएगा. बस ये भी एक बड़ी लाचारी थी कि पाकिस्तान इस मामले में चाह कर भी भारत की नकल नहीं कर पाया.
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