पाकिस्तान समर्थित खालिस्तानी ग्रुप अमेरिका (America) में लगातार अपनी पकड़ को मजबूत कर रहे हैं. एक अमेरिकी रिपोर्ट में इस बात का खुलासा किया गया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिकी सरकार द्वारा इस तरह के खतरे को पूरी तरह इग्नोर किया गया, जो किसी भी तरह से सही नहीं ठहराया जा सकता है.
ह्यूडसन इंस्टीट्यूट की 'Pakistan's Destabilization Playbook: Khalistani Activism in the US' नाम की इस रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में कुछ संगठनों से संबंध रखने वाले ऐसे ग्रुप अमेरिका में विदेशी नीति को बिगाड़ने में जुटे हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तानी मूल के आतंकी संगठन और खालिस्तानी संगठन नए-नए नामों से अपनी पहचान बना सकते हैं.
दावा किया गया है कि अमेरिकी सरकार द्वारा खालिस्तानी संगठनों (Khalistani Groups) से जुड़ी हिंसा पर ध्यान नहीं दिया गया. अमेरिका, कनाडा और यूनाइटेड किंगडम जैसे देशों में खालिस्तान समर्थक संगठनों का वर्चस्व मौजूद है.
चेतावनी दी गई है कि अगर अमेरिकी सरकार इन संगठनों को लेकर पूरी तरह सचेत नहीं होती है, तबतक इनकी पहचान नहीं हो पाएगी, ये संगठन पंजाब में हिंसा के लिए ज़िम्मेदार हैं या फिर किसी तरह की हिंसा की तैयारी कर रहे हैं.
भारत की चिंताओं को गंभीर रूप से लें: रिपोर्ट
रिपोर्ट में अपील की गई है कि अमेरिका को भारत द्वारा जताई जा रही चिंताओं को गंभीर रूप से देखना चाहिए और खालिस्तानी समर्थकों के प्रति सख्त रुख अपनाना चाहिए. ऐसे में जिन भी संगठनों पर शक है कि वो भारत में किसी भी तरह का हमला कर सकते हैं, उन्हें अमेरिका को ग्लोबल आतंकियों की लिस्ट में डालना चाहिए.
इसके अलावा इन तरह के ग्रुपों पर प्रतिबंध लगाने चाहिए, ताकि इनका काम करना ठप हो जाए. माना जा रहा है कि खालिस्तानी समर्थक ग्रुप अधिकतर न्यूयॉर्क, कैलिफॉर्निया जैसे इलाकों में एक्टिव हैं. इन क्षेत्रों के अलग-अलग हिस्सों में इन गुटों द्वारा लोगों को एकजुट किया जाता है.
गौरतलब है कि खालिस्तान को लेकर लंबे वक्त से मूवमेंट चलाई जा रही है. हाल ही के दिनों में जब भारत में किसान आंदोलन ने हवा पकड़ी तब इसमें खालिस्तानी समर्थकों का हाथ होने का दावा किया गया. सरकार की ओर से भी इस बारे में सचेत किया गया था.