इमरान खान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं, जबकि इस बीच उनकी पार्टी में ही बगावती सुर उभर आए हैं. पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष जावेद हाशमी ने पार्टी और खुद को इमरान खान के तौर-तरीकों से अलग बताया है. हाशमी ने कहा कि पीएम हाउस की ओर मार्च का फैसला इमरान खान का था और यह पार्टी के अनुशासन के खिलाफ है.
पीएम हाउस की ओर कार्यकर्ताओं के मार्च पर जावेद हाशमी ने कहा, 'यह कदम इमरान खान ने उठाया. पार्टी ऐसा नहीं चाहती थी, लेकिन फिर भी ऐसा किया गया. पीएम हाउस की ओर मार्च करना पार्टी के अनुशासन के खिलाफ है.'
दूसरी ओर, इस्लामाबाद जंग का मैदान बना हुआ है. इमरान खान और मौलाना कादरी के समर्थकों ने संसद मार्च किया. इस दौरान पुलिस से झड़प में 7 लोगों के मरने की खबर है. हजारों की संख्या में प्रदर्शकारियों ने संसद परिसर में की घुसने की कोशिश की थी. झड़प में सैकड़ों लोगों के घायल होने की भी खबर है.
तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के मुखिया इमरान खान और मौलाना कादरी ने ऐलान किया है कि प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के इस्तीफे तक आंदोलन जारी रहेगा. सियासी संकट के बीच नवाज शरीफ भी लाहौर से इस्लामाबाद पहुंचे हैं. उन्होंने कैबिनेट की इमरजेंसी बैठक बुलाई और ताजा संकट पर पार्टी नेताओं से बातचीत की. बताया जाता है कि पार्टी आंदोलन को रोकने के लिए रणनीति बनाने में जुटी हुई है.
गौरतलब है कि इस्लामाबाद में संसद के बाहर प्रदर्शन कर रहे लोगों पर पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और रबर की गोलियां भी दागीं. इमरान और मौलाना कादिरी के समर्थकों ने पीएम आवास पर धावा बोला. इस दौरान करीब 25 हजार आंदोलनकारी सड़कों पर उतरे. इमरान खान की मांग है कि प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और चौधरी निसार के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो. इमरान खान ने नवाज शरीफ पर चुनाव में धांधली के आरोप लगाए हैं. दो हफ्ते से समर्थकों के साथ इस्लाबाद में डटे हैं.