प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के इस्तीफे की मांग को लेकर इस्लामाबाद में पाकिस्तान में पूर्व क्रिकेटर इमरान खान की पार्टी तहरीक-ए-इंसाफ की ओर से प्रस्तावित विरोध प्रदर्शन से पहले गुरुवार को पार्टी के युवा सम्मेलन पर पुलिस ने छापा मारा और कई कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया.
दूसरी तरफ पार्टी के मुखिया इमरान खान ने कहा कि उनकी पार्टी राजधानी में प्रदर्शन करेगी. प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा है कि पुलिस ने उस वक्त कार्यकर्ताओं को पकड़ा जब पार्टी के उपाध्यक्ष शाह महमूद कुरैशी सम्मेलन को संबोधित करने वाले थे. कुरैशी ने कहा, सैकड़ों कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया और कई महिला कार्यकर्ताओं के साथ पुलिस ने पुलिस ने बदसलूकी की.
इससे पहले, इस्लामाबाद में जिला प्रशासन ने लोगों के जमा होने और हथियारों के प्रदर्शन को प्रतिबंधित करते हुए धारा 144 लगा दी थी. उसकी ओर से जारी अधिसूचना के अनुसार एक स्थान पर पांच से अधिक लोग इकट्ठा नहीं हो सकते. रेडियो पाकिस्तान ने खबर दी है कि जनसभाओं और भीड़ के जमा होने पर रोक लगा दी गई है. प्रशासन ने यह अधिसूचना उस वक्त जारी की है जब तहरीक-ए-इंसाफ ने आगामी दो नवंबर को धरना करने की योजना बनाई है. इमरान की पार्टी पनामा पेपर्स के संदर्भ में नवाज शरीफ और उनके परिवार पर धनशोधन का आरोप लगाकर प्रदर्शन कर रही है और प्रधानमंत्री के इस्तीफे की मांग कर रही है.
उधर, इस्लामाबाद उच्च न्यायालय ने तहरीक-ए-इंसाफ को संघीय राजधानी को बंद करने से रोकने के लिए आदेश जारी किए हैं. न्यायमूर्ति शौकत अजीज सिद्दीकी ने तहरीक-ए-इंसाफ के प्रस्तावित धरने के खिलाफ दायर याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए यह आदेश जारी किया. इस बीच, अपने रुख पर अडिग इमरान ने इस्लामाबाद में संवाददाताओं से कहा, शांतिपूर्ण प्रदर्शन करना मेरा कानूनी और संवैधानिक अधिकार है और मैं इस अधिकार का इस्तेमाल करूंगा. उन्होंने कहा, हम दो नवंबर को पाकिस्तान का भविष्य बदल देंगे और हमें रोकने की ताकत किसी में नहीं है. इमरान ने कहा कि शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों के खिलाफ बल प्रयोग करना असंवैधानिक है.