पाकिस्तान में हाल के दिनों में आतंकी हमलों की घटना में इजाफा हुआ है, खासकर खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान प्रांतों में. पाकिस्तान के एक प्रमुख थिंक टैंक, सेंटर फॉर रिसर्च एंड सिक्योरिटी स्टडीज (CRSS) की एक ताजा रिपोर्ट में बताया गया कि बीते 12 सालों में 2025 की पहली तिमाही में आतंकवादियों की मौत की संख्या पहली बार आम नागरिकों और सुरक्षाबलों से अधिक रही.
पाकिस्तान के थिंक टैंक ने क्या जानकारियां दी?
थिंक टैंक सेंटर फॉर रिसर्च एंड सिक्योरिटी स्टडीज की रिपोर्ट में बताया गया कि 2025 की पहली तिमाही में कुल 495 आतंकवादी मारे गए. जो कि सुरक्षाबलों और नागरिकों की संयुक्त मौत के आंकड़े 402 से अधिक रही. आतंकी घटनाओं के मामले में आम नागरिकों की मौतें में 50 फीसदी तक कमी आई. जबकि सुरक्षाकर्मियों की मौतों में 13 फीसदी की कमी आई. वहीं, आतंकवादियों की मौतों में 20 फीसदी का उछाल दर्ज किया गया.
जनवरी से मार्च 2025 तक आतंकवादी हमले और जवाबी कार्रवाई में 897 लोगों की मौत और 542 लोग घायल हुए. 2024 की अंतिम तिमाही में 1028 मौतें दर्ज की गईं थी. 2024 के अंतिम तिमाही के मुकाबले 2025 के पहले तिमाही में हिंसा के मामले में 13 फीसदी की कमी दर्ज की गई है.
खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान बना हिंसा का केंद्र
पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान प्रांत हिंसा का केंद्र बना हुए हैं. पाक की 98 फीसदी मौतें इन्हीं दो प्रांतों में दर्ज की गईं. 2025 के पहली तिमाही में 2024 के अंतिम तिमाही के अनुपात मौतों में 18 फीसदी की गिरावट आई. इस दौरान खैबर पख्तूनख्वा में 63 फीसदी आतंक से जुड़ी मौतें हुई.
यह भी पढ़ें: पाकिस्तानी सेना ने अपने ही नागरिकों पर किया ड्रोन अटैक, 9 लोगों की मौत, 12 आतंकियों के मार गिराने का दावा
बलूचिस्तान में 35 फीसदी मौतें दर्ज की गईं. लेकिन, आतंक से जुड़ी हिंसक घटनाओं में 15 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई. दोनों प्रांतों में कुल 94 फीसदी आतंकी हिंसक घटनाएं दर्ज की गईं.
2025 में हिंसा बढ़ने की आशंका
रिपोर्ट में आशंका जताई गई है कि 2025 में मौतों की संख्या में और बढ़ोतरी हो सकती है. 2025 के अंत तक 3600 से अधिक मौतें हो सकती हैं. अगर आतंकियों द्वारा हिंसा का ट्रेंड जारी रहता है तो पाकिस्तान के लिए 2025 का साल बेहद ही खराब रहने वाला है.
यह भी पढ़ें: नोबेल प्राइज के लिए नामित हुए पाकिस्तान के पूर्व PM इमरान खान, लंबे समय से हैं जेल में बंद
रमजान में हिंसा का दौर जारी
रमजान के पवित्र महीने में भी पाकिस्तान में आतंकी हमलों का दौर जारी है. रमजान के दौरान हुए आतंकी हमले में 313 लोगों की मौत और 217 घायल हुए हैं. इन हमलों की जिम्मेदारी प्रतिबंधित संगठनों तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान, बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी, सिंधुदेश रिवोल्यूशनरी आर्मी और TTP-गुल बहादुर ग्रुप ने ली है.