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आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ आएगा पाकिस्तान, बनेगा एंटी-टेररिज्म ड्रिल्स में हिस्सेदार

भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में भले अभी ठंडापन हो, लेकिन जल्द ही पाकिस्तान एक आतंकवाद-रोधी ड्रिल में हिस्सा लेने भारत आएगा. ये पहली बार है जब पाकिस्तान ऐसी किसी ड्रिल के लिए भारत आएगा. भारत और पाकिस्तान का इस तरह साथ आना काफी अहम है. जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 खत्म किए जाने के बाद से दोनों देशों के रिश्तों में तल्खी बनी हुई है.

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सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीर
स्टोरी हाइलाइट्स
  • ड्रिल में हिस्सा लेने पहली बार भारत आएगा पाकिस्तान
  • शंघाई सहयोग संगठन के तहत होगी एंटी-टेररिज्म ड्रिल

भारत और पाकिस्तान के द्विपक्षीय रिश्तों में भले अभी उतनी गर्मजोशी नहीं है, लेकिन आतंकवाद के खिलाफ दोनों देश एक दूसरे के सहयोगी बनने जा रहे हैं. शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के तहत भारत अक्टूबर में आतंकवाद-रोधी ड्रिल्स का आयोजन करने जा रहा है. पाकिस्तान ने इसमें भाग लेने पर सहमति जताई है.

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समाचार एजेंसी ने एक्सप्रेस ट्रिब्यून के हवाले से खबर दी है कि पाकिस्तान और भारत की सेनाओं के दल आतंकवाद-रोधी अभ्यासों में भाग ले चुके हैं. लेकिन ये पहली बार होगा, जब पाकिस्तान इस तरह की किसी ड्रिल में हिस्सा लेने हिंदुस्तान आएगा. 

शंघाई सहयोग संगठन के रीजनल एंटी-टेररिज्म स्ट्रक्चर (RATS) के तहत ये इंटरनेशनल काउंटर-टेररिज्म ड्रिल इस साल अक्टूबर में होनी है. भारत इस ड्रिल का मेजबान देश है. पाकिस्तान के इसमें भाग लेने की जानकारी पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता आसिम इफ्तिखार ने दी.

उन्होंने कहा कि इस साल  SCO RATS की अध्यक्षता भारत के पास है. ये ड्रिल भारत में हरियाणा के मानेसर में अक्टूबर में होनी है. पाकिस्तान एससीओ का सदस्य है और वो इसमें हिस्सा लेगा. जब इसे लेकर हमसे संपर्क किया जाएगा, आपको इसकी और जानकारी दे दी जाएगी. 

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इस एंटी-टेररिज्म ड्रिल में भारत और पाकिस्तान के अलावा रूस, चीन, ईरान, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान भी हिस्सा लेंगे. ये सभी देश चीन की पहल पर बने शंघाई सहयोग संगठन का हिस्सा हैं.

भारत और पाकिस्तान का इस तरह साथ आना काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 खत्म किए जाने के बाद से दोनों देशों के रिश्तों में तल्खी बनी हुई है. भारत के इस निर्णय की पाकिस्तान ने तीखी आलोचना की थी. इसके बाद दोनों देशों के राजनयिक संबंध काफी नीचे आ गए. पाकिस्तान ने भारतीय दूत (उच्चायुक्त) को निष्कासित कर दिया था.

भारत बार-बार पाकिस्तान को साफ करता रहा है कि जम्मू-कश्मीर उसका अभिन्न हिस्सा था, है और रहेगा. भारत का कहना है कि वह पाकिस्तान के साथ आतंकवाद और हिंसा मुक्त माहौल में एक सामान्य पड़ोसी की तरह रिश्ते रखने में विश्वास रखता है. 

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