पाकिस्तान सरकार ने 26 मई को 152 भारतीय मछुआरों को रिहा करने का निर्णय लिया है. उसी दिन नरेंद्र मोदी नवाज शरीफ तथा दक्षेस देशों के अन्य प्रमुखों की उपस्थिति में प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे.
गुजरात सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि उनको लेने के लिए राज्य से एक टीम पंजाब की वाघा सीमा पर भेजी गई है. मुख्य मात्स्यिकी आयुक्त पी एल दरबार ने बताया कि सोमवार को वाघा सीमा पर उनकी अगवानी के लिए राज्य मात्स्यिकी विभाग के अधिकारियों के एक दल को भेजा गया है.
उन्होंने कहा, ‘हमें केंद्रीय गृहमंत्रालय से सूचना मिल गई है कि 152 भारतीय मछुआरों (उनमें से ज्यादातर गुजरात के हैं) को पाकिस्तान 26 जनवरी को रिहा करेगा. तद्नुसार, हमने उनको लेने के लिए सभी जरूरी इंतजाम करने के लिए एक टीम भेजी है.’ दरबार ने बताया कि मछुआरे गिर सोमनाथ जिले के वेरावल शहर में लाए जाएंगे जहां से वे अपने अपने पैतृक स्थान जाएंगे.
विभाग के अधिकारियों के अनुसार मछुआरे गुजरात, दमन दीव, दादर एवं नागर हवेली के विभिन्न हिस्सों तथा देश के अन्य शहरों के रहने वाले हैं. उन्हें पाकिस्तानी समुद्री प्रशासन ने कथित रूप से उनकी समुद्री सीमा में प्रवेश कर जाने पर पकड़ लिया था.
यह निर्णय ऐसे समय में आया है कि जब मोदी प्रधानमंत्री की शपथ लेने जा रहे हैं. शपथ ग्रहण समारोह में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ भी हिस्सा लेंगे.