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‘पीछे मुड़कर मत देखना...’ जाफर एक्सप्रेस के यात्री की आपबीती, बोले- गोलियां चलीं, धमाके हुए, पैसेंजर सहमकर लेट गए!

'धमाका हुआ, ट्रेन हिल गई, और फिर गोलियों की आवाज़ें गूंजने लगीं... हम सब नीचे लेट गए, सांसें थम सी गईं.' यह मंजर जाफर एक्सप्रेस (Jafar Express) में सवार यात्री ने बयां किया है, जिसे बलूचिस्तान के पहाड़ी इलाके में सुरंग के पास हाईजैक (hijack) करने का दावा किया गया. यात्री का कहना है कि 'मुझे नहीं पता कि वे कितने बंदों को अपने साथ ले गए, आई डोंट नो'

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जाफर एक्सप्रेस में फंसे यात्री ने बयां की आपबीती. (Screengrab)
जाफर एक्सप्रेस में फंसे यात्री ने बयां की आपबीती. (Screengrab)

'हम सभी ट्रेन में थे, सफर ठीक ही चल रहा था, लेकिन अचानक एक जोरदार धमाका हुआ. ट्रेन रुक गई, गोलियों की आवाजें आनी शुरू हो गईं. पहले तो समझ नहीं आया क्या हो रहा है, लेकिन जब ट्रेन के बाहर चीख-पुकार मचने लगी, तब एहसास हुआ कि कुछ बहुत बड़ा हो गया है.'

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ये शब्द हैं पाकिस्तान की जाफर एक्सप्रेस (Jafar Express) में सवार उस यात्री के, जिसकी जिंदगी बीते कुछ घंटों में एक दहशत में बीती है. दरअसल, पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में मंगलवार को एक बड़ी घटना सामने आई, जब अलगाववादी संगठन बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने जाफर एक्सप्रेस ट्रेन पर हमला कर उसे हाईजैक करने का दावा किया.

यहां देखें Video...

हमले का सामना करने वाले एक यात्री ने अपने डरावने अनुभव को साझा किया. उन्होंने बताया कि ट्रेन में धमाके और गोलियों की आवाज सुनकर यात्री दहशत में आ गए और जान बचाने के लिए फर्श पर लेट गए. प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि लोग ट्रेन में लेट गए थे, हम भी लेट गए थे अपनी जान बचाने को. बाहर कुछ फायरिंग हुई, ब्लास्ट हुआ.

फिर कहा गया कि आप लोग नीचे उतरें. उन लोगों ने कहा नीचे उतरें तो मैं नीचे उतर गया. मैंने सोचा, अगर अंदर आकर मारना शुरू कर देंगे तो फिर क्या करेंगे? मेरे बच्चों और पत्नी को छोड़ दिया गया और हमें जाने दिया, लेकिन हमसे कहा गया कि पीछे मुड़कर मत देखना.

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यह भी पढ़ें: जाफर एक्सप्रेस हाईजैक... बलूच कैदियों को रिहा करने की मांग, ट्रेन हाईजैक के बाद BLA ने पाकिस्तान के सामने रखीं ये शर्तें

प्रत्यक्षदर्शी ने आगे बताया कि जब ट्रेन हमले की जगह पहुंची थी तो जोरदार धमाका हुआ था. इसके बाद विद्रोही ट्रेन में घुस गए और यात्रियों को बाहर निकालना शुरू कर दिया. कुछ लोगों को छोड़ दिया गया, जबकि बाकी को वे अपने साथ ले गए.

क्वेटा से पेशावर जा रही इस ट्रेन में करीब 500 यात्री सवार थे, जिनमें से 200 से अधिक लोगों को बंधक बनाए जाने का दावा किया गया है. हमले के दौरान ट्रेन में सवार यात्रियों ने भयावह क्षणों का सामना किया, जिसमें गोलीबारी और धमाकों की आवाजें गूंज उठीं.

कैसे हुआ हमला?

मंगलवार सुबह जाफर एक्सप्रेस जब गुडलार और पीरू कुनरी के पहाड़ी इलाकों में स्थित सुरंग नंबर 8 के पास पहुंची, तो अचानक हथियारबंद विद्रोहियों ने ट्रेन को घेर लिया. पहले से सुनियोजित तरीके से विद्रोहियों ने रेलवे ट्रैक को विस्फोटकों से उड़ा दिया, जिससे ट्रेन पटरी से उतर गई. इसके बाद आतंकियों ने ट्रेन पर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी, जिससे यात्रियों में दहशत फैल गई.

BLA का दावा – सेना और खुफिया एजेंसी के लोग बंधक

बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने हमले की जिम्मेदारी लेते हुए दावा किया कि उसने 200 से अधिक यात्रियों को बंधक बना लिया है. उनके अनुसार, इन बंधकों में पाकिस्तान की सुरक्षा बलों के जवान और खुफिया एजेंसी के लोग शामिल हैं. हालांकि, पाकिस्तान सरकार और सेना की ओर से इस दावे की अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है.

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यात्रियों में दहशत, प्रशासन की चुप्पी

घटना के बाद ट्रेन में मौजूद यात्री गहरे सदमे में हैं जिन लोगों को रिहा कर दिया गया, वे भी इस भयावह मंजर को भूल नहीं पा रहे हैं. हालांकि, पाकिस्तान सरकार की ओर से इस हाईजैकिंग को लेकर ज्यादा जानकारी साझा नहीं की गई है, जिससे स्थिति को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है. बलूचिस्तान में लंबे समय से अलगाववादी संगठन पाकिस्तानी सरकार और सेना के खिलाफ हमले कर रहे हैं. इस ताजा हमले ने पाकिस्तान की सुरक्षा व्यवस्था पर फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं.

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