पाकिस्तानी विदेश कार्यालय के प्रवक्ता काजी खलिलुल्लाह ने गुरुवार को भारत से कहा कि वो पाकिस्तान पर आतंकवाद को लेकर अप्रमाणित आरोप लगाना बंद करे. उन्होंने कहा, 'इस तरह के आरोप आतंकवाद को मिटाने की कोशिश को कमजोर कर देते हैं.'
पूरी दुनिया के लिए चुनौती है आतंकवाद
साप्ताहिक प्रेस कॉन्फ्रेंस में खलिलुल्लाह ने कहा कि आतंकवादी सिर्फ भारत या पाकिस्तान के लिए नहीं बल्कि पूरे विश्व के लिए एक समस्या है, जिसका सामना आपसी सहयोग से ही किया जा सकता है.
उन्होंने उम्मीद जताई कि भारत, समझौता एक्सप्रेस हमले की जांच पाकिस्तान के साथ साझा करेगा.
भारत-PAK वार्ता पर चर्चा
पठानकोट में हुए हमले के बाद से रुकी भारत और पाकिस्तान के विदेश सचिवों की वार्ता जल्द हो सकती है. दोनों देशों ने आपसी सहमति से वार्ता टाल दी थी. हालांकि फिलहाल नई तारीख तय करने की कोशिश की जा रही है. विदेश कार्यालय के प्रवक्ता ने कहा कि विदेश सचिव स्तर की वार्ता की तारीख तय करने के लिए भारत और पाकिस्तान संपर्क में हैं.
पाकिस्तान की कुर्बानी
फ्रांसीसी राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद की भारत यात्रा के दौरान आतंकवाद पर भारत-फ्रांस के साझा बयान पर खलिलुल्लाह ने कहा कि पाकिस्तान ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में बहुत कुर्बानियां दी हैं और दुनियाभर ने इसे सराहा भी है.
संदिग्ध गुब्बारों पर मांगी जानकारी
राजस्थान में पाकिस्तानी सीमा के पास भारतीय वायुसेना द्वारा देखे संदिग्ध गुब्बारों को सुखोई 30 की मदद से गिरा दिया गया था. इसपर खलिलुल्लाह ने कहा कि पाकिस्तान ने नई दिल्ली में अपने हाई कमिशन से इसकी जानकारियां मांगी हैं. उन्होंने कहा, 'पाकिस्तान ने IAF बम वाली घटना पर भारत से जानकारी मांगी है.' उन्होंने आगे कहा, 'हमने इस घटना की मीडिया रिपोर्ट्स देखी थी और नई दिल्ली में पाकिस्तानी हाई कमिशन से इस बारे में ज्यादा जानकारी मांगी है.'
आपको बता दें कि मंगलवार को बाड़मेर में वायुसेना के रडार पर कुछ संदिग्ध गुब्बारे देखे गए थे. इन्हें रॉकेट दागकर गिरा दिया गया था. माना जा रहा था कि ये पाकिस्तान की तरफ से आए थे.