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पाकिस्तान ने पर्रिकर की टिप्पणी पर दी भारत को चेतावनी

पाकिस्तान ने रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर की उस टिप्पणी पर भारत को चेतावनी दी है, जिसमें उन्होंने आतंकवादियों को आतंकवादियों के जरिए ही निष्क्रिय किए जाने की बात कही थी. पड़ोसी मुल्क ने कहा कि पर्रिकर की टिप्पणी क्षेत्र और इससे बाहर के लिए चिंता का विषय होना चाहिए और अपने हितों की सुरक्षा के लिए वह ‘माकूल उपाय’ अपना सकता है.

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पाकिस्तान ने रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर की उस टिप्पणी पर भारत को चेतावनी दी है, जिसमें उन्होंने आतंकवादियों को आतंकवादियों के जरिए ही निष्क्रिय किए जाने की बात कही थी. पड़ोसी मुल्क ने कहा कि पर्रिकर की टिप्पणी क्षेत्र और इससे बाहर के लिए चिंता का विषय होना चाहिए और अपने हितों की सुरक्षा के लिए वह ‘माकूल उपाय’ अपना सकता है.

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पाक विदेश कार्यालय के प्रवक्ता काजी खलीलुल्ला ने अपनी साप्ताहिक ब्रीफिंग में कहा, 'भारतीय रक्षा मंत्री का बयान न सिर्फ पाकिस्तान बल्कि क्षेत्र और इससे बाहर के देशों के लिए भी चिंता का विषय होना चाहिए. मुझे कहने दीजिए कि हम सभी माकूल उपाय करेंगे जिनकी हमारे रक्षा हितों की सुरक्षा के लिए जरूरत है.'

खलीलुल्ला ने कहा कि भारतीय मंत्री का बयान फरवरी 2014 में अजित डोभाल के दिए कहीं अधिक गंभीर प्रकृति के बयान के मद्देनजर देखा जाना चाहिए, जिसे उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार नियुक्त होने से कुछ दिन पहले दिया था. हालांकि, उन्होंने डोभाल के दिए बयान के बारे में ब्योरा नहीं दिया. उन्होंने कहा, 'उनके बयान पाकिस्तान में भारत की संलिप्तता के बारे में पाक की आशंका की पुष्टि करते हैं.' प्रवक्ता ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश मामलों पर प्रधानमंत्री के सलाहकार सरताज अजीज और रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने पहले ही जवाब दे दिया है और सीनेट की रक्षा समिति ने भी भारतीय नेता के बयान की निंदा की है.

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आतंकवाद के सभी रूपों की निंदा
उन्होंने आगे कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद से पीड़ित है और वह दुनिया में किसी भी अन्य देश से कहीं ज्यादा इसके दंश को झेल रहा है. उन्होंने बताया, 'हमने अपने 60,000 से अधिक नागरिकों की जानें गंवाई हैं और 100 अरब डॉलर से अधिक के आर्थिक नुकसान को झेला है. पाकिस्तान आतंकवाद के सभी रूपों की निंदा करता है.' पाक-चीन आर्थिक गलियारा के खिलाफ भारत के कथित तौर पर काम करने के बारे में एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि पाकिस्तान भारतीय मीडिया के दुष्प्रचार सहित इससे अवगत है.

प्रवक्ता ने कहा कि पाक-चीन आर्थिक गलियारा परियोजना को मूर्त रूप देने की अपनी प्रतिबद्धता को वह दोहराना चाहते हैं. यह समूचे क्षेत्र को फायदा पहुंचाएगा. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान और चीन इन परियोजनाओं को साकार करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. भारत ने 46 अरब डॉलर की लागत वाले सीपीईसी पर चिंता जाहिर की है क्योंकि यह पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से गुजरेगा.

-इनपुट भाषा से

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