चीन भारत और पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण माहौल का फायदा उठाने का एक भी मौका नहीं चूकता. उरी हमले के बाद भारत ने कूटनीतिक तौर पर पाकिस्तान पर दबाव बनाना शुरू किया तो चीन ने कुछ ऐसे कदम उठाए जिससे भारत को दिक्कत होना स्वाभाविक था. अब व्यापार के मोर्चे पर भी ड्रैगन ने अपनी चाल चल दी है.
उरी हमले और सर्जिकल स्ट्राइक के बाद भारत और पकिस्तान के रिश्तों में तनाव पैदा हुआ तो दोनों देशों के बीच होने वाला व्यापार करीब-करीब थम सा गया है. भारत के कारोबारियों ने पाकिस्तान को टमाटर बेचने में कटौती कर दी है, वहीं पाकिस्तान ने भारत से लहसुन और अदरक की खरीदारी बंद कर दी है. चीन इस मौका का फायदा उठाते हुए पाकिस्तान को लहसुन और अदरक निर्यात करने लगा है.
पाकिस्तान ने लहसुन के 42 ट्रक भारत वापस भेज दिए हैं. पड़ोसी मुल्क इस बात का प्रचार कर रहा है कि भारत का लहसुन और अदरक सेहत के लिए ठीक नहीं है. इसके बाद पाकिस्तान में लहसुन और अदरक के बाजार पर चीन का कब्जा होता जा रहा है. अब तक हर रोज भारत से 15 से 20 ट्रक अदरक और 20 से 25 ट्रक लहसुन पाकिस्तान भेजे जा रहे थे. यह अब बिल्कुल ठप हो गया है.
टमाटर का निर्यात गिरा
उरी हमले के बाद भारत की तरफ से पाकिस्तान को निर्यात किए जाने वाले टमाटर में एक तिहाई की कमी आई है. तीन हफ्ते पहले तक वाघा-अटारी बॉर्डर के जरिये हर रोज 180 से 200 ट्रक यानी 4,000 टन टमाटर
पाकिस्तान भेजे जाते थे. आज की तारीख में ये 60-70 ट्रक यानी करीब 1,400 टन रह गए हैं. रोजाना 11 से 12 करोड़ रुपये का टमाटर निर्यात 4 करोड़ रुपये का रह गया है.
घटा कारोबार
एक स्टडी के मुताबिक 2013-14 में दोनों देशों के बीच 4.71 बिलियन डॉलर का व्यापार हुआ था. इसमें भारत की ओर पाकिस्तान को निर्यात का हिस्सा 3.99 बिलियन डॉलर जबकि आयात महज 0.72 बिलियन डॉलर ही
था. वर्ष 2015-16 के व्यापार आंकड़ों के मुताबिक, भारत और पाकिस्तान के बीच करीब 2.6 अरब डॉलर का कारोबार हुआ है. इनमें से भारत ने पाकिस्तान में 2.1 अरब डॉलर का निर्यात किया. भारत की ओर से मुख्य
तौर पर आभूषण, टेक्सटाइल, मशीनरी, केमिकल, पेपर, टायर और पान के पत्ते पाकिस्तान भेजे जाते हैं. दूसरी ओर भारत कपड़े, ड्राई फ्रूट्स, मसाले, सीमेंट, कारपेट, फल और सब्जियां पाकिस्तान से मंगाता है.
पाक-चीन का कारोबार
दूसरी ओर चीन पाकिस्तान का सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है. 2014-15 में दोनों देशों के बीच करीब 12 अरब डॉलर का व्यापार हुआ था. इसमें पाकिस्तान के निर्यात का हिस्सा करीब 2 अरब डॉलर जबकि आयात का
हिस्सा करीब 10 अरब डॉलर है. पाकिस्तान को कपास, चावल, रासायनिक पदार्थ, मछली और कच्चे खनिज का निर्यात करता है जबकि चीन से मशीनरी और पार्ट्स, धागे, सिंथेटिक कपड़े, लोहा, स्टील, सब्जियां, टायर,
रबर आदि मंगाता है.