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पाकिस्तान आतंकवाद पर वैश्विक तौर पर घिरने के बाद लगातार अपनी छवि सुधारने की कोशिशों में जुटा है. फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) और एशिया-पेसिफिक ग्रुप ऑन मनी लॉन्ड्रिंग (APG) के साथ पाकिस्तान ने आंतकवाद के खिलाफ काम किया. पाकिस्तान की कोशिश यही है कि वैश्विक तौर पर ऐसा संदेश जाए कि पाकिस्तान अब आतंकवाद के साथ नहीं है.
पाकिस्तान के इन प्रयासों को दिशा भी मिली है, साथ ही अंतरराष्ट्रीय संगठनों के कई शर्तों को पूरी करता भी पाकिस्तान दिखा है. पाक ने 27 में 26 पैरामीटर भी पूरे कर लिए, लेकिन ग्रे लिस्ट से बाहर नहीं आ सका. हालांकि एपएटीएफ ने पाकिस्तान के काम को सराहा भी है. हालांकि अब पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट से बाहर आने के लिए 6 शर्तों का पालन करना होगा.
FATF ने पाकिस्तान की आतंकवाद के खिलाफ मुहिम को नोटिस किया है. कॉम्बेटिंग द फाइनेंसिंग ऑफ टेररिज्म (CFT) के प्रयासों से पाकिस्तान में आतंकवादी घटनाएं कम हुई हैं. पाकिस्तान में आतंकवाद के खिलाफ जारी मुहिम तेज हुई है.
खुद को आतंकवाद पीड़ित दिखाने की कोशिश, पाकिस्तान ने अपने ही घर में कराया धमाका!
पाकिस्तान पर लगाए गए आर्थिक पाबंदियों के डर से ही सही, लेकिन पाकिस्तान में दिखाने के लिए आतंकवादी घटनाओं में कमी आई है. आंतवादी संगठनों पर नकेल कसी गई है. FATF के प्रतिबंधों की शर्तों में से पाकिस्तान ने अब 27 में से 26 शर्तों को पूरा कर लिया है. अंतरराष्ट्रीय संस्था ने पाकिस्तान को नसीहत दी है कि अपने एंटी टेरर वर्क प्लान पर आगे बढ़े और पाकिस्तान के आतंकी संगठनों के खिलाफ एक्शन ले.
संस्था की मांग है कि आतंकी संगठनों के वरिष्ठ नेताओं और कमांडर्स पर पाकिस्तान नकेल कसे, जिन्हें संयुक्त राष्ट्र ने आतंकी माना है. मनी लॉन्ड्रिंग जैसे अपराधों पर भी पाकिस्तान को FATF ने नसीहत दी है.
फरवरी में भी पाकिस्तान को मिला था FATF से झटका
पाकिस्तान को फरवरी 2021 में भी टास्क मिला था कि अगर पाकिस्तान एफएटीएफ की कुछ शर्तों को पूरा कर लेता है तो उसे लिस्ट से बाहर किया जा सकता है. पाकिस्तान ने 27 मापदंडों में से 3 को पूरा करने में असमर्थता दिखाई थी. जिसके बाद उसका ग्रे स्टेटस बरकरार रखा गया था.
2020 में भी ग्रे लिस्ट में था पाक
पाकिस्तान लगातार एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट में बना हुआ है. पाकिस्तान ने तब 27 पैरामीटर में से 6 पैरामीटर पूरे नहीं कर सका था. फिर पाकिस्तान को नसीहत मिली थी कि पाकिस्तान को और ज्यादा अपने देश में ध्यान देने की जरूरत है.
FATF की पाकिस्तान पर है नजर
पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट रखने पर अंतराष्ट्रीय संगठन में बैठक चल रही थी. पाकिस्तान लगातार आतंकवाद की वजह से दुनियाभर के निशाने पर है. आतंकवादियों के लिए सुरक्षित पनाहगाह माने जाने वाले पाकिस्तान के लिए इसे बड़ा झटका माना जा रहा है. ग्रे लिस्ट में होने से भी पाकिस्तान पर जारी पाबंदियां कम नहीं होने वाली हैं. पाकिस्तानी सेना की भी आंतकवाद को बढ़ावा देने में अहम भूमिका सामने आती रहती है.