पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं. मौजूदा प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ अब इमरान खान की संपत्ति और आय की फोरेंसिक जांच कराने वाले हैं. न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, सरकार ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के केंद्रीय सचिवालय के चार कर्मचारियों के बैंक खाते का डिटेल लेने का भी फैसला किया है, जिनकी पहचान ताहिर इकबाल, मोहम्मद नोमान अफजल, मोहम्मद अरशद और मोहम्मद रफीक के तौर पर की गई है. इमरान खान के नेतृत्व में इन चार कर्मचारियों के निजी खातों में भारी रकम आने का रिकॉर्ड पाकिस्तान के सेंट्रल बैंक से मांगा जा रहा है और सबूतों के आधार पर इनकी गिरफ्तारी भी हो सकती है. 2013 से 2022 के बीच पूर्व सत्ताधारी पार्टी के विदेशी चंदे का रिकॉर्ड भी मांगा जा रहा है.
होगी जांच
रिकॉर्ड की फोरेंसिक जांच स्वतंत्र लेखा परीक्षक करेंगे, जबकि संघीय जांच एजेंसी (FIA) और संघीय राजस्व बोर्ड (FBR) अपने-अपने स्तर पर रिकॉर्ड लेकर कार्रवाई करेंगे. सरकारी एजेंसियों ने PTI और पार्टी सुप्रीमो के अंतरराष्ट्रीय बैंक खातों के रिकॉर्ड के लिए अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थानों को पत्र लिखने का फैसला किया है.
डेटा एक्सचेंज समझौते के तहत कार्रवाई
रिपोर्ट के मुताबिक, पूर्व वित्त मंत्री इशाक डार के कार्यकाल के दौरान हुए डेटा एक्सचेंज समझौते के तहत कार्रवाई की जाएगी. समझौते के अनुसार, FBR के पास विदेशी बैंकों से रिकॉर्ड लेने का कानूनी अधिकार है. यूएस, यूके, कनाडा, नॉर्वे, फिनलैंड, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया सहित अन्य विदेशी बैंक खातों के रिकॉर्ड भी लिए जाएंगे.
भ्रष्टाचार को खत्म करने का वादा कर जीते थे चुनाव
सरकार ने क्रिकेटर से नेता बने इमरान के बयानों और आय की जांच करने का भी फैसला किया है. इमरान ने 2018 में पाकिस्तान से भ्रष्टाचार को खत्म करने का वादा करते हुए आम चुनाव जीता था. उनकी सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और उनके छोटे भाई और मौजूदा प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के खिलाफ भ्रष्टाचार के कई मामले दर्ज किए. शरीफ परिवार ने दावा किया है कि उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले राजनीति से प्रेरित थे.