पठानकोट के वायुसेना अड्डे पर आतंकी हमले के मामले की जांच कर रहे पाकिस्तानी दल ने अपनी सरकार से कहा है कि वह भारत से इस मामले में अतिरिक्त सबूत मांगे. जांच दल ने कहा है कि जांच में अभी तक कोई प्रगति नहीं हुई है.
'डॉन' ने सोमवार को एक सूत्र के हवाले से कहा, 'भारत सरकार द्वारा उपलब्ध कराए गए उन मोबाइल फोन नंबरों की जांच कर ली गई है, जिनके बारे में कहा जा रहा है कि इनसे पठानकोट से पाकिस्तान बात की गई थी. इन नंबरों से कोई आगे की जानकारी नहीं मिली, क्योंकि ये पंजीकृत नहीं हैं. फोन नंबर फर्जी हैं.'
सूत्र ने कहा, 'जांच आगे नहीं बढ़ रही है. दल को और सबूत चाहिए. इसलिए सरकार को लिखकर दिया गया है कि वह भारत से बात करे. भारत को स्थिति से अवगत कराए और जांच को आगे बढ़ाने के लिए अतिरिक्त सबूत मांगे.'
पठानकोट हमले के सिलसिले में हिरासत में लिए गए जैश-ए-मोहम्मद सरगना मौलाना मसूद अजहर समेत अन्य लोगों के बारे में पूछे जाने पर सूत्र ने कहा, 'पहले भारत से अतिरिक्त सबूत आने दीजिए.'
हालांकि प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने पठानकोट हमले की जांच के लिए छह सदस्यीय दल गठित किया है. उन्होंने शनिवार को संवाददाताओं से कहा था कि जांच जारी है. इसके नतीजे सार्वजनिक किए जाएंगे. उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान पठानकोट हमले में अपनी जमीन के इस्तेमाल की जांच के सिलसिले में किसी भी हद तक जाएगा. क्योंकि इस हमले का भारत के साथ वार्ता पर नकारात्मक असर पड़ा है.