पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को तोशाखाना मामले में जिस जज ने तीन साल की सजा सुनाई, वो लगातार सुर्खियों में बने हुए हैं. खान को सजा सुनाए जाने के तुरंत बाद परिवार समेत लंदन पहुंचे इस्लामाबाद जिला एवं सत्र न्यायालय के जज हुमायूं दिलावर को लंदन में पीटीआई (इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ) के समर्थकों के उत्पीड़न का शिकार होना पड़ा है.
जज दिलावर पीटीआई प्रमुख को सजा सुनाने के तुरंत बाद शनिवार को ही हल यूनिवर्सिटी में एक ज्यूडिशियल कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लेने के लिए लंदन चले गए. सम्मेलन 5-13 अगस्त के बीच हो रहा है.
सोशल मीडिया पर ऐसी बातें भी चल रही हैं कि वो पीटीआई समर्थकों के गुस्से से बचने के लिए देश से बाहर चले गए. इसी बीच सोशल मीडिया पर ऐसे वीडियो वायरल हो रहे हैं जिसमें पीटीआई समर्थक जिसमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं, हुमायूं दिलावर की गाड़ी का पीछा करते दिख रहे हैं.
पुलिस को देनी पड़ी है सुरक्षा
जज को परेशान करने के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हैं जिसे देखते हुए ब्रिटेन की पुलिस जज को अपनी सुरक्षा दे रही है. सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में देखा जा सकता है कि एक पीटीआई समर्थक पुलिस की सुरक्षा के बावजूद जज हुमायूं दिलावर के पास जाने की कोशिश करती है. हालांकि, एक सुरक्षाकर्मी उसे रोक लेता है. पीटीआई समर्थक जज के खिलाफ ट्विटर पर कई हैशटैग भी चला रहे हैं.
बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ज्यूडिशियल कॉन्फ्रेंस की मेजबानी कर रहे हल यूनिवर्सिटी ने स्पष्ट कर दिया है कि कॉन्फ्रेंस में शामिल प्रतिभागियों के चयन में उनकी कोई भूमिका नहीं थी. पाकिस्तान से जज दिलावर समेत जिन प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया है, उनका चुनाव पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट और इस्लामाबाद और पेशावर के हाई कोर्ट ने किया था.
हल यूनिवर्सिटी 2014 से पाकिस्तानी जजों के लिए मानवाधिकार से संबंधित ट्रेनिंग चला रहा है. इस ट्रेनिंग प्रोग्राम में पाकिस्तान के विभिन्न अदालतों से जज शामिल होते हैं. हल यूनिवर्सिटी का कहना है कि कॉन्फ्रेंस में शामिल जजों की राजनीतिक पृष्ठभूमि से उसका कोई लेना-देना नहीं है.
जज दिलावर ने इमरान खान को सुनाई है तीन साल की सजा
इस्लामाबाद जिला एवं सत्र न्यायालय में इमरान खान के खिलाफ चल रहे तोशाखाना मामले की अध्यक्षता हुमायूं दिलावर कर रहे थे. उन्होंने तीन साल की सजा के साथ इमरान खान पर एक लाख का जुर्माना भी लगाया गया. इमरान खान अब इसके बाद अगले पांच सालों तक चुनाव नहीं लड़ पाएंगे. उन्हें पंजाब प्रांत के अटॉक जेल में रखा गया है.
पहले भी लंदन में पीटीआई समर्थकों ने की है ऐसी हरकत
ऐसा पहली बार नहीं है जब पीटीआई समर्थकों ने लंदन में इमरान खान के खिलाफ जाने वाले किसी व्यक्ति के साथ ऐसा किया हो बल्कि पहले भी उन्होंने सरकारी अधिकारियों और विपक्ष के नेताओं को निशाना बनाया है.
पिछले साल जब पाकिस्तान की सूचना मंत्री मरियम औरंगजेब लंदन गई थीं तब पीटीआई समर्थकों ने उन्हें घेर लिया था. हाल ही में पाकिस्तान के प्रसिद्ध गायक अबरारुल हक एक म्यूजिक कंसर्ट में परफॉर्म करने के लिए गए थे जहां उन्हें पीटीआई के कार्यकर्ताओं ने परेशान किया था.