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'हिंदू हैं तो...' ऋषि सुनक के ब्रिटेन के PM बनने पर क्या कह रहे पाकिस्तानी?

ब्रिटेन में ऋषि सुनक की जीत को लेकर जहां भारत में खुशियां मनाई जा रही हैं तो वहीं पाकिस्तान में काफी संख्या में लोग काफी खुश नजर आ रहे हैं. इतना ही नहीं, कुछ पाकिस्तानी तो यह दावा भी कर रहे हैं कि ऋषि सुनक भारतीय नहीं बल्कि पाकिस्तानी मूल के हैं.

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फोटो- ऋषि सुनक
फोटो- ऋषि सुनक

ब्रिटेन के पहले हिंदू प्रधानमंत्री बनकर इतिहास रचने वाले ऋषि सुनक को लेकर जहां भारत में जमकर खुशियां मनाई जा रही हैं तो वहीं पाकिस्तान से भी काफी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. भारतीय मूल के ऋषि सुनक से पाकिस्तानी भी अपना कनेक्शन तलाश रहे हैं. दरअसल, ऋषि सुनक एक पंजाबी खतरी परिवार से ताल्लुक रखते हैं. ऋषि सुनक के दादा-दादी आजादी से पहले ब्रिटिश इंडिया के गुजरांवाला से अफ्रीका जाकर बस गए थे. जिसके बाद अफ्रीका से ऋषि के पिता ब्रिटेन जाकर शिफ्ट हो गए थे.

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साल 1947 में भारत और पाकिस्तान के बीच बंटवारा होने के बाद गुजरांवाला पाकिस्तान में चला गया. मौजूदा समय में गुजरांवाला पाकिस्तान के पंजाब प्रांत का एक शहर है. यही वजह है कि पाकिस्तानी लोग ऋषि सुनक का पाकिस्तानी कनेक्शन बता रहे हैं.

ऋषि सुनक के पाकिस्तानी होने पर बोले तारेक फतेह 
मशहूर पाकिस्तानी-कनाडाई लेखक तारेक फतेह ने ऋषि सुनक के मूल को लेकर खास जानकारी दी. तारेक फतेह ने ट्वीट करते हुए कहा कि, 'क्या आप जानते हैं कि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के दादा-दादी पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के गुजरांवाला शहर के रहने वाले थे. पाकिस्तान का यह शहर महाराजा रंजीत सिंह के जन्मस्थान के रूप में भी दुनियाभर में मशहूर है.'

ऋषि सुनक के मूल को लेकर क्या कह रहे पाकिस्तानी लोग
पाकिस्तानी यूजर मदीहा अफजल ने ट्वीट कर कहा कि, 'ऋषि सुनक के दादा गुजरांवाला के रहने वाले हैं, जो मौजूदा समय में पाकिस्तान के पंजाब प्रांत का शहर है. साल 1930 में ही वे केन्या चले गए थे. 

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वहीं एक अन्य यूजर काशिफल अली ने ट्वीट करते हुए कहा कि, 'ऐतिहासिक तौर पर ऋषि सुनक की जड़ें पाकिस्तान के गुजरांवाला से हैं, इसलिए उन्हें केवल हिंदू होने की वजह से भारतीय मूल का बताकर भारतीय और वेस्टर्न मीडिया टू नेशन थ्योरी को बढ़ावा दे रही है.

एक अन्य यूजर ने पाकिस्तानियों के दावे पर कहा कि ऋषि सुनक का परिवार पंजाब प्रांत के गुजरांवाला से है. जिस वक्त उनका परिवार गुजरांवाला में रहता था, तब भारत और पाकिस्तान का बंटवारा नहीं हुआ था, इसलिए ऋषि भारतीय हुए. 

वहीं एक यूजर ने कहा कि ऋषि सुनक के पूर्वज पाकिस्तान से थे, उसके बावजूद कोई भी पाकिस्तानी गर्व नहीं कर रहा है, क्योंकि वह एक हिंदू है.

ऋषि सुनक कैसे भारतीय हुए ? उनके माता-पिता अफ्रीका में पैदा हुए. उनके दादा गुजरांवाला (पाकिस्तान) से थे. इसलिए हमें इस बात पर जोर देने की जरूरत है, क्योंकि वो पाकिस्तानी हो सकते हैं.

ऋषि सुनक का भारतीय संस्कृति से जुड़ाव

ऋषि सुनक बेशक भारत से हमेशा बाहर रहे, लेकिन भारतीय संस्कृति से पूरी तरह जुड़े हुए हैं. ऋषि सुनक जब साल 2017 में तत्कालीन पीएम थेरेसा मे की सरकार में शामिल हुए थे तो उन्होंने खुद के हिंदू होने को लेकर खास बात कही थी. ऋषि सुनक ने कहा था कि बेशक अब वे एक ब्रिटिश नागरिक हैं, लेकिन उनका धर्म हिंदू है.

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ऋषि सुनक ने कहा था कि उनकी धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत भारतीय है. इतना ही नहीं, ऋषि सुनक ने साल 2020 में जब ब्रिटेन का वित्त मंत्रालय संभाला था तो गीता पर हाथ रखकर मंत्री पद की शपथ ली थी.  

हाल ही में ऋषि सुनक जब ब्रिटेन में जन्माष्टमी के अवसर पर मंदिर गए तो इसे लेकर भी उन्हें आलोचना झेलनी पड़ी. ऋषि सुनक अपनी पत्नी के साथ मंदिर गए थे और उन्होंने सोशल मीडिया पर तस्वीरें पोस्ट की थी.

50 दिनों के अंदर ही हो गया ब्रिटेन की राजनीति में खेल
ब्रिटेन की राजनीति में 50 दिनों के अंदर दो नए प्रधानमंत्री देखने को मिल गए. दरअसल, कुछ समय पहले भ्रष्टाचार को लेकर जब बोरिस जॉनसन ने इस्तीफा दे दिया था तो कंजर्वेटिव सांसदों ने ऋषि सुनक के सामने लिज ट्रस को अपना नेता चुना था. ऋषि सुनक पार्टी का चुनाव हार गए थे.

हालांकि, लिज ट्रस के लिए समय बिल्कुल भी ठीक नहीं रहा और वे अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर घिरती चली गईं. आखिरकार 45 दिनों में ही उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा. जिसके बाद ऋषि सुनक को एक और मौका मिला और इस बार उन्होंने बाजी मार ली. पार्टी चुनाव में भारी समर्थन के साथ कंजर्वेटिव सांसदों ने उन्हें अपना नेता माना. 

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