पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने इजरायल के साथ किसी भी तरह के रिश्ते स्थापित करने से इनकार किया है. साथ ही रविवार को इस खबर का जोरदार खंडन किया कि कुछ अधिकारियों को लेकर एक इजरायली विमान गुपचुप तरीके से इस्लामाबाद पहुंचा और हवाई अड्डे पर कई घंटे तक ठहरने के बाद चला गया. बता दें कि पाकिस्तान और इजरायल के बीच कूटनीतिक संबंध नहीं है. दोनों देशों के विमानों को एक-दूसरे के उड़ान क्षेत्र में जाने की भी इजाजत नहीं है.
अल्वी ने रविवार को तड़के तीन दिन की राजकीय यात्रा पर तुर्की रवाना होने से पहले मीडिया से कहा, 'इस्लामाबाद इजरायल से किसी भी प्रकार का संबंध स्थापित नहीं कर रहा है.' दरअसल, इजरायली पत्रकार अवी शार्फ ने 25 अक्टूबर को ट्वीट किया था कि एक इजरायली निजी (जेट) विमान तेल अवीव से इस्लामाबाद पहुंचा. वहां 10 घंटे तक रुकने के बाद वह तेल अवीव लौट आया.
इसके बाद सोशल मीडिया पर चर्चा चल पड़ी और लोगों ने सरकार की आलोचना शुरू कर दी. विपक्ष ने भी इस ‘गुप्त इजरायली मिशन’ के बारे में सरकार से सफाई मांगी. इस पर विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने पाकिस्तान में इजरायली निजी विमान उतरने की खबर को फर्जी और बेबुनियाद करार देकर खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि यह सवाल तो जवाब देने के लायक भी नहीं है.
पाकिस्तान के सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने भी इस खबर का खंडन किया और कहा कि सरकार इजरायल या भारत से कोई गुप्त वार्ता नहीं करेगी. उन्होंने कहा कि यह बड़ा अफसोसजनक है कि पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र या उसके किसी हवाईअड्डे पर किसी इजरायली विमान की मौजूदगी की खबर से सिविल एविएशन अथॉरिटी के इनकार के बावजूद ऐसी खबर आई है.
पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के नेता अहसन इकबाल ने कहा कि चौधरी की प्रतिक्रिया दर्शाती है कि सरकार कुछ छिपा रही है. उन्होंने मांग की कि संसद को इस मुद्दे पर विश्वास में लिया जाना चाहिए.' बीबीसी ऊर्दू के मुताबिक कि संबंधित विमान कनाडा में निर्मित बाम्बाडियर ग्लोबल एक्सप्रेस है. वैसे इजरायली पत्रकार ने बाद में कहा कि वो शत प्रतिशत पक्का नहीं हैं कि विमान इस्लामाबाद में उतरा था या नहीं.