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पेशावर ब्लास्ट के बाद Pakistan के रक्षा मंत्री ने क्यों की भारत और इजराइल की तारीफ?

Pakistan के पेशावर में मस्जिद पर हुए आत्मघाती हमले के बाद वहां के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने अपने बयान में भारत और इजराइल का जिक्र किया है. उन्होंने कहा है कि जिस तरह हमारे देश (पाकिस्तान) में नमाजियों पर आए दिन आतंकी हमले होते रहते हैं. श्रद्धालुओं पर ऐसे हमले भारत या इजराइल में कभी नहीं होते.

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पाकिस्तान के पेशावर में मस्जिद में हुए धमाके के बाद की तस्वीर. (File Photo)
पाकिस्तान के पेशावर में मस्जिद में हुए धमाके के बाद की तस्वीर. (File Photo)

पाकिस्तान के पेशावर में मस्जिद पर हुए आत्मघाती हमले में अब तक 100 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. धमाके में घायल हुए 200 से ज्यादा लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है. इनमें से कई जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रहे हैं. यानी मरने वालों की संख्या अभी और बढ़ सकती है. हमले की भयावहता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि सोमवार की दोपहर को हुए ब्लास्ट में मरने वालों की लाश मंगलवार दोपहर तक मलबे से निकलती रही.

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इस बीच आतंकवाद को हमेशा समर्थन करते आए पाकिस्तान को भी अब अहसास होने लगा है कि आतंकी उनके देश को ही नुकसान पहुंचाने लगे हैं. पेशावर ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ (Khawaja Asif) का बयान आया है. उन्होंने कहा, 'जिस तरह हमारे देश (पाकिस्तान) में नमाजियों पर आए दिन आतंकी हमले होते रहते हैं. श्रद्धालुओं पर ऐसे हमले भारत या इजराइल में कभी नहीं होते.'

नेशनल असेंबली में रक्षा मंत्री ने दिया बयान

पाकिस्तानी मीडिया आउटलेट डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक ख्वाजा आसिफ ने यह बात नेशनल असेंबली (पाकिस्तान की संसद) में कही है. उन्होंने कहा, 'नमाज अदा करने वालों को तो भारत और इजराइल में भी नहीं मारा गया, लेकिन पाकिस्तान में ऐसा हुआ.' पाकिस्तान के लोगों से दुख की घड़ी में एक साथ आगे आने की अपील करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि अब आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई लड़ने का समय आ गया है. उन्होंने कहा कि हमें अपने घर (पाकिस्तान) को सुधारने की जरूरत है. 

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तहरीक-ए-तालिबान ने ली है जिम्मेदारी

बता दें कि पाकिस्तान तालिबान ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है. पाकिस्तान तालिबान को तहरीक-ए-तालिबान के नाम से भी जाना जाता है. टीटीपी ने धमाके के बाद बयान जारी कर कहा था कि उन्होंने पिछले साल अगस्त में अपने नेता उमर खालिद खुरासनी की हत्या का बदला लिया लिया है. खुलेआम ये दावा करके टीटीपी ने एक तरह से पाकिस्तान की सरकार को खुली चुनौती दे दी है. उमर खालिद खुरासनी की मौत अगस्त 2022 में अफगानिस्तान में तब हुई थी, जब उसकी कार को निशाना बनाकर एक धमाका किया गया था. इसमें खुरासनी समेत 3 लोग मारे गए थे.

आत्मघाती हमलावर का सिर बरामद

पेशावर की मस्जिद में यह धमाका सोमवार की दोपहर 1.40 बजे हुआ था. जांच एजेंसियों को अभी तक हमले से जुड़ा कोई अहम सुराग नहीं मिला है. हालांकि, कैपिटल सिटी के पुलिस ऑफिसर पेशावर मोहम्मद एजाज खान ने दावा किया है कि यह एक आत्मघाती हमला था और हमलावर का कटा हुआ सिर घटनास्थल से बरामद हो चुका है. जांच एजेंसियों का दावा है कि ये सिर फिदायीन हमलावर का है, जो नमाजियों के साथ अगली ही कतार में खड़ा था. नमाज के दौरान इस शख्स ने खुद का उड़ा लिया था.

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