पाकिस्तान के मशहूर सामाजिक कार्यकर्ता अब्दुल सत्तार इधि ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक करोड़ रुपये की मदद की पेशकश ठुकरा दी. पाकिस्तानी अखबार डॉन ने इधि फाउंडेशन के प्रवक्ता अनवर काजमी के हवाले से यह दावा किया है. अब्दुल सत्तार के बेटे फैजल इधि ने इसकी पुष्टि की है.
मोदी ने की थी मदद की घोषणा
मोदी ने सोमवार को ही मूक-बधिर गीता की पाकिस्तान से भारत वापसी के बाद उसकी देखरेख करने वाली संस्था इधि फाउंडेशन को आर्थिक मदद देने की घोषणा की थी. मोदी ने ट्वीट भी किया था. ट्वीट में कहा था कि इधि परिवार ने जो कुछ भी किया, वह काफी बेशकीमती है. इसलिए मुझे इस फाउंडेशन को एक करोड़ रुपये की आर्थिक मदद देने की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है.
What the Edhi family has done is too priceless to be measured but I am happy to announce a contribution of Rs. 1 crore to their foundation.
— Narendra Modi (@narendramodi) October 26, 2015
गीता ने भारत आने पर जनार्दन महतो को पहचानने से इनकार कर दिया था. इसके बाद फैसला किया गया कि गीता तब तक इंदौर में रहेगी. जनार्दन ने कहा था कि गीता उनकी वही बेटी है जो 11 साल पहले पाकिस्तान चली गई थी. अब गीता के डीएनए टेस्ट से तय होगा कि वह कहां रहेगी.