पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई देश के भीतर आतंकवादी संगठनों की मदद कर रही है, और तालिबान और अलकायदा जैसे आतंकवादी संगठन कराची पर कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं.
नवगठित मुहाजिर (शरणार्थी) समूह ने अमेरिकी सांसदों से यह बात कही है. विश्व मुहाजिर कांग्रेस ने कल यहां अफगानिस्तान पर कांग्रेस की सुनवाई के दौरान सदन की विदेश मामलों की समिति के सदस्यों को एक पत्र में कहा, आजकल पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के पूरे समर्थन के साथ पाकिस्तान चरमपंथियों के लिए पनाहगाह बन गया है.
गौरतलब है कि पत्र में कहा गया है, हम चिंतित हैं क्योंकि जिहादी संगठन आईएसआई के सहयोग से मजबूत हो रहे हैं. अमेरिका और नाटो के लिए आपूर्ति मार्ग के लिए महत्वपूर्ण बंदरगाह शहर कराची इन आतंकवादी समूहों के कब्जे में जा सकता है. पत्र में कहा गया है कि कराची पाकिस्तान का सबसे महत्वपूर्ण बंदरगाह होने के कारण तालिबान, आईएसआई, अलकायदा और उसके जैसे समूह इस शहर को नियंत्रण में लेने के लिए लगातार हरसंभव प्रयास कर रहें हैं.
पहले भी लग चुकें हैं इस तरह के आरोप
दुनिया के सबसे खूंखार आतंकवादियों में शुमार अलकायदा सरगना आयमान अल-जवाहिरी के ISI के संरक्षण में कराची में छुपे होने की पूरी संभावना है.
अमेरिका की साप्ताहिक मैगजीन न्यूजवीक ने एक बड़ी खोजी रिपोर्ट में दावा किया गया है कि उसकी सूचना कई आधिकारिक सूत्रों पर आधारित है. इस रिपोर्ट में न्यूजवीक ने कहा, साल 2001 में अमेरिकी सुरक्षा बलों की ओर से अलकायदा को अफगानिस्तान से खदेड़ने के बाद से पाकिस्तान की ISI अल-जवाहिरी, जो ट्रेन्ड सर्जन हैं, को बचा रही है.