पाकिस्तान दिवस के अवसर पर हर साल 23 मार्च को आयोजित होने वाली सेना की संयुक्त परेड को सुरक्षा कारणों से लगातार छठी बार रद्द कर दिया गया है.
‘डॉन’ अखबार ने रक्षा सूत्रों के हवाले से कहा है, ‘सुरक्षा कारणों और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई के लिए पश्चिमी सीमा पर सेना की तैनाती के कारण संयुक्त सैन्य परेड को रद्द किया गया है.’
1940 के लाहौर प्रस्ताव देश के पहले संविधान को अंगीकृत किए जाने के उत्सव के रूप में परेड का आयोजन हर साल होता था. समारोह में पाकिस्तान की सैन्य क्षमता, लोक कलाओं और संस्कृति का प्रदर्शन होता है.
पिछली बार परेड का आयोजन साल 2008 में इस्लामाबाद में हुआ था, जिसकी सलामी तत्कालीन राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने ली थी. पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के पांच वर्ष के कार्यकाल में सुरक्षा कारणों से यह परेड आयोजित नहीं हुई.