अफगानिस्तान से नाटो सैनिकों की वापसी के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच वर्चस्व की लड़ाई शुरू हो सकती है. यह कहना है पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ का.
अमेरिका के भरोसेमंद सहयोगी की भूमिका निभाते आए मुशर्रफ फिलहाल कराची में तालिबान की धमकी और गिरफ्तारी के दोहरे खतरे के बीच घिरे हुए हैं. मुशर्रफ ने कहा कि नाटो सैनिकों के लौटने के बाद पाकिस्तान के लिए सबसे बड़ा खतरा है भारत का अफगानिस्तान में दखल. भारत वहां जाहिर तौर पर पाकिस्तान के खिलाफ माहौल तैयार करने की कोशिश करेगा. मुशर्रफ ने कहा भारत यदि अफगानिस्तान में हमारे खिलाफ रणनीति बनाता है तो हम भी अफगानिस्तान में अपने दोस्त पश्तूनों की मदद लेंगे. मुशर्रफ ने तो पाकिस्तान में अस्थिरता के लिए भी भारत को ही जिम्मेदार ठहरा दिया .
मुशर्रफ आजकल सभी की निंदा कर रहे हैं तो इसी क्रम में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की भी लगे हाथों उन्होंने निंदा कर दी कि उनकी ही वजह से पाकिस्तान का दोस्त अफगानिस्तान अब दूर हो जाना चाहता है. मुशर्रफ लंदन में निर्वासित जीवन बिता रहे थे. लेकिन चुनावों से ठीक पहले वह पाकिस्तान आ गए. लेकिन यह दांव उन्हें उल्टा पड़ गया और पाकिस्तान में उनकी गिरफ्तारी का वारंट जारी हो गया. जनता ने भी इस पूर्व सेना प्रमुख का साथ नहीं दिया.