पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई को एक ‘विशेष कार्य’ पूरा करने के लिए प्रधानमंत्री के निर्देश पर 60 करोड़ रुपये उपलब्ध कराए गए हैं. यह जानकारी संसद में पेश बजट दस्तावेजों में दी गई.
राशि आईएसआई के महानिदेशक को जारी की गई है. न्यूज डेली में प्रकाशित एक खबर में कहा गया है कि संसद में पेश किए गए बजट दस्तावेजों के अनुसार वित्त विभाग ने आईएसआई प्रमुख को विशेष कार्य के लिए 60 करोड़ रुपये जारी किए.
पाकिस्तान के रक्षा बजट पर संसद में चर्चा शायद ही कभी होती है. आईएसआई के बजट का दस्तावेज भी पेश नहीं किया जाता है.
खबर में कहा गया है कि 60 करोड़ रुपये दिए जाने की बात स्वीकार करना एक ‘दुर्लभ उदाहरण’ है. खुफिया एजेंसी के विशेष कार्य के बारे में कोई विवरण नहीं दिया गया है.
मंत्रिमंडल प्रभाग ने खुफिया ब्यूरो की संचालन जरूरतों पर 30 करोड़ रुपये खर्च किए, वहीं आंतरिक खुफिया एजेंसी का इसके कर्मियों पर खर्च 90 करोड़ रुपये तक पहुंच गया.
रक्षा उत्पादन विभाग ने दो गल्फ स्टीम वीवीआईपी विमानों पर 10 करोड़ 34 लाख 20 हजार रुपये खर्च किए. पाकिस्तान रेंजर्स ने पंजाब प्रांत में इस्तेमाल के लिए एक हेलीकॉप्टर खरीदने के लिए 8 करोड़ 25 लाख रुपये खर्च किए. कराची में इस्तेमाल के लिए 37 निगरानी रडार खरीदने पर 1.387 अरब रुपये खर्च हुए.