पठानकोट हमले की जांच के लिए नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) की टीम पाकिस्तान जाने के लिए तैयार है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक, इसके लिए लिखित इजाजत का इंतजार किया जा रहा है.
सरताज अजीज के बयान के बाद जागी भारत की उम्मीद
विदेश मामलों पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के सलाहकार सरताज अजीज के बयान को सकारात्मक मान रही है. अजीज ने सोमवार को बयान दिया था कि
पठानकोट हमले की आगे की जांच के लिए उनका देश एनआईए की टीम के पाकिस्तान आने की अपील पर विचार कर सकता है. एनआईए के अंदरूनी सूत्रों ने कहा कि
जब तक पाकिस्तान से लिखित में इजाजत न मिले, तब तक पड़ोसी देश पर भरोसा नहीं किया जा सकता.
पाकिस्तान जाकर मसूद से पूछताछ करना चाहती है एनआईए
एनआईए ने विदेश मंत्रालय से मांग की है कि भारत ने लेटर रोगेटरी (प्राधिकार पत्र) में जिन कानूनी पहलुओं और सबूतों का जिक्र किया था, उनकी जांच के लिए
पाकिस्तान से लिखित में भरोसा लिया जाए. भारत ने प्राधिकार पत्र में पाकिस्तान से मांग की थी कि एनआईए को पाकिस्तान में मौजूद पठानकोट हमले के मास्टरमाइंड
मसूद अजहर से पूछताछ करने दी जाए. एनआईए मसूद अजहर के साथ-साथ उसके भाई रऊप, कासिफ जान, शाहिद लतीफ समेत इस हमले से जुड़े बाकी लोगों से भी
पूछताछ करना चाहती है.
पठानकोट हमले का कोई इनसाइडर लिंक नहीं मिला
एनआईए की अभी तक की जांच से पता चला है कि पठानकोट हमले में एयरबेस के किसी इनसाइडर की कोई भूमिका नहीं थी. इस हमले के पीछे पूरी तरह पाकिस्तान
का आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद था.