एक बुजुर्ग दंपति ने पाकिस्तान की एक मूक-बधिर लड़की को ब्रिटेन लाकर उसे अपना सेक्स गुलाम बना दिया.
लड़की उस वक्त 10 साल की थी जब उसे ब्रिटेन का व्यापारी इलियास अशर और उसकी पत्नी तलत अपने मैनचेस्टर स्थित घर लेकर आए थे. लड़की को तंग तहखाने में सोने पर मजबूर किया जाता था और अशर ने कई बार उसका बलात्कार किया.
यही नहीं लड़की से घर की साफ-सफाई, खाना बनाना, कपड़े धोना और तमाम तरह के काम करवाए जाते थे. छह महीने तक चले ट्रायल के बाद अब अशर और उसकी पत्नी को जेल भेज दिया गया है. अशर पर लड़की से 13 बार बलात्कार करने का आरोप है.
लड़की अब 20 साल की हो चुकी है और उसके पांच भाई-बहन पाकिस्तान में रहते हैं. वह अशर से अपनी पहली मुलाकात को याद करते हुए बताती है कि किस तरह एक दस्तावेज, जो शायद पासपोर्ट रहा होगा उस पर उसके अंगूठे का निशान लगवाया गया था.
वह साल 24 जून 2000 को ब्रिटेन में आई थी. उसके पासपोर्ट पर लिखा हुआ था कि वो 19 साल की है. शुरुआत में उसे मुफ्त में रहने और खाने को दिया गया. यही नहीं अशर ने उसे ब्रेसलेट समेत कई तोहफे भी दिए थे.
लेकिन उसे अपना घरेलू गुलाम बनाने से पहले उससे कहा गया कि वह कुछ काम करे. उसने फुटबॉल शर्ट की पैकिंग करने का काम किया. इसके बाद शुरू हो गया शोषण का अंतहीन सिलसिला.
उसे नौ सालों तक एक तंगनुमा कोठरी में जमीन पर सोने को मजबूर किया गया. उसके रोज फटकारा जाता था. लड़की ने कोर्ट को बताया, 'मैं बहुत दुखी और कमजोर थी क्योंकि मुझसे बहुत मेहनत करवाई जाती थी. मुझे हर समय घर की सफाई करनी पड़ती थी और यही मेरी जिंदगी बन गई थी. मुझे घंटों तक खाना बनाना पड़ता था. अशर की पत्नी मेरे शोर से नाराज हो जाती थी, लेकिन मुझे पता ही नहीं चलता था कि मैं शोर मचा रही हूं. मैं घंटों अकेली बैठकर रोती रहती थी.'
जब लड़की को अशर की तस्वीर दिखाई गई तो उसने कहा, 'यह बूढ़ा शख्स बहुत गंदा है. ये वही आदमी है जिसने मेरे साथ सेक्स किया.' अभियोजन पक्ष के वकील ने कोर्ट में बताया, 'लड़की का शारीरिक, सेक्शुअल और आर्थिक रूप से शोषण किया गया. उसके पास कहीं और जाने की कोई जगह नहीं थी. वह किसके पास जाती? वो किसी और को नहीं जानती थी.'
अशर दंपति लड़की के नाम पर हाउसिंग और इनकम बेनेफिट ले रहे थे. जून 2009 पुलिस एक दूसरे मामले में उनके घर गई थी, जहां उन्होंने लड़की को तहखाने में देख लिया और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया.