scorecardresearch
 

पेंटागन ने अमेरिकी कांग्रेस को दी भारत को 145 होवित्जर तोपें बेचने की अधिसूचना

अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ने भारत को 88.5 करोड़ डॉलर की लागत वाली 155 मिमी की 145 होवित्जर तोपें बेचने के बारे में कांग्रेस को अधिसूचित किया है.

Advertisement
X
होवित्‍जर तोप
होवित्‍जर तोप

अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ने भारत को 88.5 करोड़ डॉलर की लागत वाली 155 मिमी की 145 होवित्जर तोपें बेचने के बारे में कांग्रेस को अधिसूचित किया है.

Advertisement

रक्षा मंत्रालय ने एक अधिसूचना में कहा कि भारत सरकार ने 155 मिमी की कम वजन वाली 145 एम-777 होवित्जर तोपों, लेजर तंत्र (लेजन इनर्शियल आर्टिलरी पॉइंटिंग सिस्टम्स (एलआईएनएपीएस), वारंटी, अतिरिक्त पुर्जे और मरम्मत के लिए जरूरी कलपुर्जे, रखरखाव और ट्रेनिंग टूल आदि की बिक्री के लिए अनुरोध किया था. इसमें कहा गया कि इसकी अनुमानित लागत 88.5 करोड़ डॉलर है.

रक्षा सुरक्षा सहयोग एजेंसी (डीएससीए) ने इस सप्ताह जारी एक बयान में कहा, ‘यह प्रस्तावित बिक्री अमेरिका-भारत रणनीतिक संबंधों को मजबूत बनाने में मदद करके अमेरिका की विदेशी नीति और राष्ट्रीय सुरक्षा में योगदान करेगी. यह दक्षिण एशिया के एक ऐसे अहम सहयोगी की सुरक्षा सुधार में मदद करेगी, जो हमेशा से वहां राजनैतिक स्थिरता, शांति और आर्थिक प्रगति के लिए समर्पित रहा है.’ कांग्रेस को यह अधिसूचना-2 अगस्त को जारी की गई.

Advertisement

डीएससीए ने कहा कि भारत अपने सैन्य बलों के आधुनिकीकरण के लिए और खतरनाक स्थितियों में अभियान चलाने की क्षमता बढ़ाने के लिए होवित्जर तोपों का इस्तेमाल करना चाहता है. भारत को इन हथियारों को अपने सैन्य बलों में शामिल करने में कोई परेशानी नहीं होगी. इसमें कहा गया, ‘इन उपकरणों की प्रस्तावित बिक्री और सहयोग से उस क्षेत्र के मूल सैन्य संतुलन में कोई बदलाव नहीं आएगा.’

डीएससीए ने कहा कि प्रस्तावित बिक्री के क्रियान्वयन के लिए अमेरिकी सरकार और अनुबंधकर्ता प्रतिनिधियों के कुल आठ सदस्यीय दल की वार्षिक भारत यात्रा की जरूरत होगी. ये लोग दो साल तक वहां तकनीकी समीक्षा, सहयोग, प्रशिक्षण और परीक्षण के लिए जाएंगे. बयान में कहा गया कि इस प्रस्तावित बिक्री से अमेरिका की रक्षा तैयारियों पर कोई बुरा असर नहीं पड़ेगा.

155 मिमी की हल्के वजन वाली एम-777 होवित्जर तोपें अफगानिस्तान के युद्ध में पहली बार इस्तेमाल की गईं. अमेरिकी सेना के अलावा इन तोपों का इस्तेमाल ऑस्ट्रेलियाई और कनाडियाई सेनाओं द्वारा भी किया जाता है. सउदी अरब ने भी एम-777 होवित्जर तोपों के लिए ऑर्डर दिया है.

Advertisement
Advertisement