सौ से अधिक अमेरिकी सांसदों के एक समूह ने पेंटागन से सेना में काम कर रहे सिखों के दाढ़ी रखने, पगड़ी पहनने और दूसरी धार्मिक चीजों पर लगी पाबंदी में छूट देने की अपील की है.
105 सांसदों ने रक्षा मंत्री चक हेगल को लिखे एक पत्र में कहा कि इन सैनिकों की उपलब्धि और अपने धर्म को मानते हुए कामकाज की जरूरतों का पालन करने तथा क्षमताओं के प्रदर्शन को ध्यान में रखते हुए हमारा मानना है कि हमारी सेना को अब सिख धर्म का पालन कर रहे सिख अमेरिकियों को शामिल करना चाहिए, इसे अपवाद नहीं बनाना चाहिए.
कांग्रेस सदस्य, डेमोक्रेटिक कॉकस के उपाध्यक्ष जोए क्रॉउली और हाउस डिफेंस एप्रोप्रियेशंस सबकमिटी के अध्यक्ष रोडनी फ्रेलिंगहुईसेन के नेतृत्व में अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के 105 सांसदों ने अमेरिकी सशस्त्र बलों से वेशभूषा संबंधी नियमन में बदलाव करने की मांग की ताकि एक बार फिर अमेरिकी सिख अपने धर्म का पालन करते हुए यानी पगड़ी पहने या दाढ़ी रखते हुए सेना में काम कर सकें.
उन्होंने कहा कि प्रथम विश्व युद्ध के बाद से सिखों ने अमेरिकी सेना में अपनी सेवाएं दी हैं और उन्हें कनाडा, ब्रिटेन और साथ ही महत्वपूर्ण सहयोगी भारत में ऐसे काम करने की मंजूरी मिली हुई है. अमेरिकी सेना में तीन सिख अमेरिकियों को भर्ती किया गया है. वे सलीके से पगड़ी पहनते और दाढ़ी रखते हैं. वे सुरक्षा आवश्यकताओं के अनुरूप हेलमेट और गैस मॉस्क जैसे सुरक्षा उपकरण पहन सकते हैं. सिख कोलिशन ने अमेरिकी सेना में सिखों पर प्रतिबंध समाप्त करने संबंधी सांसदों की मांग की प्रशंसा की है.
संगठन में कानून एवं नीति निदेशक राजदीप सिंह ने कहा कि कांग्रेस का पत्र अमेरिकी सेना में सिख अमेरिकियों के लिए समान मौके सुनिश्िचत करने की हमारी मुहिम की दिशा में एक बड़ा कदम है. सिंह ने कहा कि सिखों ने विश्वभर में बार बार यह साबित किया है कि वे उत्कृष्ट जवान हैं. अब पेंटागन के लिए यह बात समझने का समय आ गया है कि सिखों को अलग रखने की नीतियां निश्िचत ही असफल होने जा रही हैं.