पाकिस्तान में आतंकवादियों के लिए पनाहगाह को लेकर पेंटागन ने चिंता व्यक्त की है. अमेरिकी विशेषज्ञों ने बताया कि भारत और अफगानिस्तान में आतंकवादी समूहों को लेकर देश की रणनीति में बदलाव नहीं हुआ है.
पेंटागन के प्रेस सचिव रियर एडमिरल जॉन किर्बी ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘पाकिस्तान में कई आतंकी समूह लंबे समय से पनाह लिए हुए हैं जो हमारे लिए चिंता का विषय है. लंबे समय से यह हमारे पाकिस्तानी समकक्षों के साथ चर्चा का विषय बना हुआ है.’ पेंटागन का यह बयान विदेश मंत्रालय के उस बयान के कुछ दिनों के बाद सामने आया है, जिसमें उसने कहा था कि वह पिछले कुछ सालों के दौरान संसद के आदेशानुसार यह प्रमाण नहीं दे पाया है कि पाकिस्तान लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) और हक्कानी नेटवर्क जैसे आतंकवादी सगठनों के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है.
कांग्रेस द्वारा अनिवार्य किए जाने के बाद दोनों वर्ष 2013 और 2014 में विदेश मंत्रालय ने आतंकवादी संगठनों के खिलाफ पाकिस्तान की कार्रवाई और अन्य उपायों की समीक्षा की थी. इस समीक्षा में पाया गया था कि पाकिस्तान इस मानक का पालन नहीं कर रहा है. बहरहाल, अमेरिकी अधिकारियों ने कुछ प्रगति का उल्लेख किया. प्रमाण के अभाव में विदेश मंत्री को पाकिस्तान को अमेरिकी प्रशासन द्वारा धन जारी किए जाने पर राष्ट्रीय हित की बात करनी पड़ी थी.
- इनपुट भाषा से