यूक्रेन में रूसी हमले से पैदा हुए हालातों में देश की तस्वीर बदलकर रख दी है. आज डिनेप्रो में हमले के बाद वहां से ट्रेन में अपने घर कीव को निकले यूक्रेन के नागरिक एलेक्स 6 दिन बाद अपने परिवार से मिलेंगे. ट्रेन में ही मौजूद आजतक संवाददाता गौरव सावंत से बात करते हुए एलेक्स ने बताया कि वे डरे हुए हैं. डर है कि मालूम नहीं कहां रूस की सेना है और ये हमले रुकेंगे या नहीं. उन्होंने बताया कि जब डिनेप्रो में हमला हुआ तब वे अपने दोस्त का जन्मदिन मना रहे थे. उन्हें खबर लगी है कि उनका परिवार कीव में ठीक है, हालांकि वे किसी से मिल नहीं सके हैं.
बता दें कि इससे पहले रूसी बमबारी के बीच मारियोपोल से कीव जाने वाली ट्रेन को शनिवार को बीच रास्ते में ही रोक दिया गया था. तब ट्रेन में फंसे आजतक के संवाददाता गौरव ने बताया था कि यात्रियों के पास खाने-पीने का कोई सामान नहीं है.
आजतक संवाददाता गौरव सावंत ने बताया था कि ट्रेन में सवार यात्रियों के पास खाने-पीने का सामान भी नहीं है. उन्होंने बताया कि यहां से कीव जाने में 14 घंटे का समय लगता है. उन्होंने बताया कि ट्रेन जैसे ही यहां पहुंची बमबारी की आवाज सुनकर पूरी लाइट को बंद कर दिया गया. पूरी रात ट्रेन में बैठे यात्री अंधेरे में रात गुजारी. उन्होंने बताया था कि ट्रेन में सवार अधिकतर लोग बड़े शहरों से छोटे शहरों की ओर जा रहे हैं. एक-एक बोगी में 70-80 यात्री सवार हैं.
यूक्रेन में इस समय रूसी सैनिकों का कहर जारी है. रूस ने जिस अंदाज में चौतरफा हमला किया है, यूक्रेन बुरी तरह घिर चुका है और जमीन पर अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है. स्थिति इतनी खराब है कि अब कई लोगों को खाने के भी लाले पड़ गए हैं. सोशल मीडिया पर कई तस्वीरें वायरल हैं जहां पर खाने के लिए भी लंबी-लंबी लाइने लग रही हैं. हाल ही में उन उदासीन तस्वीरों के बीच शनिवार को एक वीडियो ने सामने आया था. ये वीडियो गुरु के लंगर की है जो एक ट्रेन में चलाया जा रहा था. बताया गया है कि पूर्वी यूक्रेन से पश्चिम की ओर एक ट्रेन सक्रिय है. उसी ट्रेन में हरदीप सिंह नाम के शख्स लोगों की सेवा कर रहे हैं और सभी को खाना खिला रहे हैं.