पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ की गुरुवार को हत्या करने की कोशिश की गई. शक्तिशाली बम धमाका इस्लामाबाद में फैजाबाद और रावल दम चौक के बीच वीवीआईपी रोड पर हुआ. एक घंटे पहले यहां से परवेज मुशर्रफ का काफिला निकला था. उन्हें आर्मी हॉस्पिटल से उनके फॉर्महाउस शिफ्ट किया जा रहा था.
हालांकि धमाके से कोई जान-माल की हानि नहीं हुई. बताया जा रहा है कि फुटपाथ के पास एक पाइपलाइन में छह किलोग्राम का विस्फोटक लगाया गया था. ब्लास्ट इतना जबरदस्त था कि वारदात की जगह दो फुट का गड्ढा हो गया. ये जगह मुशर्रफ के चक शहजाद स्थित घर से करीब 3 किलोमीटर दूर है.
आपको बता दें कि पूर्व राष्ट्रपति स्पेशल कोर्ट जाने के लिए इसी रास्ते का इस्तेमाल करते हैं. यही नहीं, राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री भी इसी रूट का प्रयोग करते हैं.
मुशर्रफ को 2 जनवरी को आर्म्ड फोर्सेज इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी (एएफआईसी) में भर्ती कराया गया था. वह अपने घर वापस जाना चाहते थे.
मुशर्रफ का विदेश में इलाज कराने का आग्रह नामंजूर
पाकिस्तान सरकार ने बुधवार को पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ का अपना इलाज कराने और बीमार मां की देखभाल करने के लिए विदेश जाने देने की अनुमति देने का आग्रह ठुकरा दिया. वर्ष 2007 में देश पर आपातकाल थोपने और संविधान निलंबित करने के लिए राजद्रोह की कार्यवाही का सामना कर रहे मुशर्रफ ने गृह मंत्रालय से उनका नाम उन लोगों की सूची से बाहर निकालने का आग्रह किया था जिनके देश छोड़ने पर पाबंदी आयद की गई है. सोमवार को इस मामले में मुशर्रफ के खिलाफ अभियोग लगाया गया है.
मुशर्रफ का आग्रह ठुकराए जाने का मतलब यह है कि वे देश में ही रहेंगे.
सरकार ने मुशर्रफ का नाम निष्कासन नियंत्रण सूची (ईसीएल) में शामिल कर विदेश जाने पर रोक लगा दी थी. पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की 2007 में हुई हत्या के मामले सहित कई मामलों में आरोपी बनाए जाने के बाद सरकार ने यह फैसला लिया था.