पाकिस्तान के एक निर्वाचन न्यायाधिकरण ने सियासत में पैर जमाने की हसरत पाले मुल्क लौटे पूर्व सैन्य शासक परवेज मुशर्रफ के उस एकमात्र संसदीय सीट से भी चुनाव लड़ने पर रोक लगा दी जहां से उनके नामांकन को स्वीकार किया गया था.
मुशर्रफ का संसद में पहुंचने का ख्वाब संसदीय चुनाव से करीब एक महीने पहले चकनाचूर हुआ है. पाकिस्तान में 11 मई को संसदीय चुनाव होना है. निर्वाचन न्यायाधिकरणों ने चित्राल सीट से उनके नामांकन को खारिज कर दिया. सिर्फ इसी सीट से उनके नामांकन पत्र को स्वीकार किया गया था. उन्होंने चित्राल कराची, कसूर और इस्लामाबाद से संसदीय चुनाव लड़ने की योजना बनाई थी.
इससे पहले दो अन्य निर्वाचन न्यायाधिकरणों ने मुशर्रफ को इस्लामाबाद और पंजाब प्रांत के कसूर से चुनाव लड़ने पर रोक लगा दी थी.
हाई कोर्ट के न्यायाधीशों वाले न्यायाधिकरण ने नेशनल असेंबली के लिए इस्लामाबाद में एक संसदीय निर्वाचन क्षेत्र से मुशर्रफ के नामांकन पत्र खारिज करने के निर्वाचन अधिकारी के फैसले को बरकरार रखा है.