
पाकिस्तान की धरती एक बार फिर आत्मघाती बम धमाके से दहल उठी है. पाकिस्तान के उत्तर-पश्चिमी शहर पेशावर की एक मस्जिद में जोरदार आत्मघाती बम धमाका हुआ. इस घातक हमले में अबतक 61 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 150 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं. ब्लास्ट में जान गंवाने वाले लोगों का आंकड़ा लगातार बढ़ता ही जा रहा है. ये धमाका इतना जोरदार था कि मस्जिद का एक हिस्सा पूरी तरह से ढह गया. अफरा-तफरी मच गई. लोग अपनी जान बचाने के लिए यहां-वहां भागने लगे.
Live Updates...
- पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ने कहा कि अभी पेशावर से लौटा हूं. मानव त्रासदी का यह मंजर भयानक है, अकल्पनीय है. यह पाकिस्तान पर किसी हमले से कम नहीं है. उन्होंने कहा कि राष्ट्र गहरे शोक से गुजर रहा है. मुझे कोई संदेह नहीं है कि आतंकवाद से सुरक्षा हमारी सबसे बड़ी चुनौती है.
- पेशावर में हुए फिदायीन हमले में मस्जिद के एक इमाम की भी मौत हो गई है. जबकि बताया जा रहा है कि जान गंवाने वालों में अधिकतर पुलिसकर्मी शामिल हैं.
- पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ घायलों और मृतक परिवारों से मिलने पेशावर के लेडी रीडिंग अस्पताल पहुंच चुके हैं. वहां उन्होंने घायलों से मुलाकात की.
- पाकिस्तान के राष्ट्रपति डॉ. आरिफ अल्वी ने इस हमले की निंदा की है. उन्होंने कहा कि मैं पेशावर मस्जिद में हुए जघन्य और कायरतापूर्ण विस्फोट की कड़ी निंदा करता हूं. दोषियों को ढूंढ़कर दंडित किया जाएगा. साथ ही कहा कि ब्लास्ट में जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं. साथ ही घायलों के जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं. अल्वी ने कहा कि आतंकवाद को हमेशा के लिए दफन कर देना चाहिए.
रिपोर्ट्स के मुताबिक ये धमाका दोपहर करीब 1.40 बजे हुए. ब्लास्ट में जान गंवाने वाले लोगों में कई पुलिस अधिकारी भी शामिल हैं, जो कि मस्जिद में मौजूद थे. ये धमाका नमाज के बाद हुआ है. इसके चलते वहां काफी संख्या में लोग एकत्र थे. अभी तक किसी ने भी विस्फोट की जिम्मेदारी नहीं ली है.
किसी संगठन ने नहीं ली हमले की जिम्मेदारी
जानकारी के मुताबिक अभी तक किसी भी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है. इसके साथ ही बताया जा रहा है कि जिस मस्जिद में ये ब्लास्ट हुआ है, वह शहर के काफी अंदरूनी हिस्से में थी, ये इलाका काफी सुरक्षित बताया जाता है. मस्जिद के आसपास पुलिस के ऑफिस और आवास हैं. एक पुलिस अधिकारी सिकंदर खान ने कहा कि मस्जिद के अंदर धमाके के वक्त करीब 260 लोग थे.
260 लोग मौजूद थे हमले के वक्त
ब्लास्ट में मरने वालों और घायलों को आनन-फानन में पेशावर के लेडी रीडिंग अस्पताल में ले जाया गया था. अस्पताल के डॉक्टरों के मुताबिक अधिकांश शव जले हुए थे, रेस्क्यू टीम की ओर से शवों और घायलों को निकाला गया. घायलों का इलाज जारी है.
पेशावर में पहले भी हो चुके हैं ऐसे हमले
पेशावर अफगानिस्तान की सीमा से लगे पाकिस्तान के कबायली जिलों के किनारे पर बसा शहर है. इससे पहले भी पेशावर को पाकिस्तानी तालिबान सहित आतंकवादी समूहों द्वारा निशाना बनाया जाता रहा है. तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) समूह सुन्नी और संप्रदायवादी इस्लामवादी समूहों का एक समूह है, जो पाकिस्तान की सरकार के खिलाफ है, और मौजूदा सरकार को उखाड़ फेंकना चाहते हैं.
ये भी देखें