पाकिस्तान ने पेशावर के स्कूल में हमले की योजना बनाने वाले 16 आतंकियों की पहचान कर उनके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. इनमें तालिबान के चीफ मुल्ला फजलुल्ला और डिप्टी खालिद हक्कानी भी हैं.
फजलुल्ला और खालिद हक्कानी सहित 14 टॉप कमांडर का नाम पेशावर के आर्मी स्कूल नरसंहार की एफआईआर में दर्ज हो गया है. इंवेस्टीगेशन टीम ने घटनास्थल का दौरा करके सबूत इकट्ठे किए और हमले में बचे लोगों के बयान भी दर्ज किए हैं.
पाकिस्तानी अधिकारियों के मुताबिक मुल्ला फजलुल्ला सहित 16 तालिबान आतंकवादियों ने इस नरसंहार की साजिश रची थी. इस साजिश में 132 छात्र सहित 148 लोगों को बेरहमी से मार डाला गया. माचनी गेट थाने में दर्ज हुई एफआईआर में हाफिज गुल बहादुर, सैफुल्ला, मंगल बाघ, हाफिज दौलत, सरवर शाह, मौलवी फकीर, अब्दुल वाली, कारी शकील, असलम फारुकी औरंगजेब और जान वली का नाम है. पुलिस के मुताबिक हमले को अंजाम देने वाले सात कथित आत्मघाती बम हमलावरों अबुजार, उमर, इमरान, यूसुफ, उजैर, कारी और चमने उर्फ चमटू के नाम भी प्राथमिकी में दर्ज हैं.
आत्मघाती बम हमलावरों द्वारा इस्तेमाल की गई गाड़ी की भी पहचान हो गई है और उस गाड़ी के मालिक को गिरफ्तार कर लिया गया है. गाड़ी को इस्लामाबाद से चुराया गया था. पुलिस ने शहर के बाहरी इलाके में स्थित अफगानिस्तान शिविर में जांच के दौरान स्कूल पर हमले के समर्थकों को भी गिरफ्तार किया है.
हमले की जिम्मेदारी लेने वाले तालिबान के प्रवक्ता उमर खुरसानी ने कहा, 'हमने हमले के लिए आर्मी स्कूल को इसलिए चुना क्योंकि सरकार हमारे परिवार और महिलाओं को टारगेट कर रही थी. हम चाहते थे कि वह भी इस दर्द से गुजरे और इसलिए हमले बच्चों को मार डाला.' गौरतलब है कि मंगलवार को तालिबान की तरफ से किए गए नरसंहार में 148 लोग मारे गए, जिसमें अधिकतर बच्चे हैं.