पाकिस्तान के पेशावर में हुई आतंकी वारदात को इस खौफनाक तरीके से अंजाम दिया गया कि किसी भी इंसान की रूह कांप जाए. इस वारदात के चश्मदीद रहे लोगों ने इस वीभत्स आतंकी वारदात की दास्तान बयां कीं. आतंकी हमले में 132 बच्चों की मौत
1. मासूमों के सामने ही टीचर को जला दिया
आतंकियों ने दरिंदगी की सारी हदें पार करते हुए आर्मी स्कूल के एक टीचर को जला डाला. इतना ही नहीं, बच्चों के मजबूर किया गया कि वे इस वारदात को आंखें खोलकर देखें.
2. बच्चों को गिनकर फिर खुद को उड़ा लिया
एक आतंकी ने क्लास में घुसकर पहले बच्चों को गिना. क्लास में कुल 60 बच्चे थे. गिनती करने के बाद आतंकी ने खुद को बम से उड़ा लिया, जिससे कई बच्चों ने वहीं दम तोड़ दिया.
3. किसी की छाती, किसी के सिर में मारी गोली
हॉस्पिटल में इलाज करवा रहे 17 साल के छात्र ने बताया कि बंदूकधारियों ने क्लास रूम में घुसते ही अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी. उसने कहा, मैं छुप गया. मेरी आंखों के सामने मेरे दोस्त मारे जा रहे थे. किसी की छाती, तो किसी के किसी के सिर में गोली मारी जा रही थी.
4. स्कूल के गलियारों में खून ही खून
घटनास्थल पर मौजूद एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि जैसी ही फायरिंग शुरू हुई, वैसे ही टीचर्स ने छात्रों को झुक जाने का निर्देश दिया. कुछ ही देर ही फायरिंग के बाद स्कूल के गलियारे में कई छात्रों की लाशें बिखरी पड़ी थीं. अचानक फायरिंग से हर तरफ चीख-पुकार मची गई.