पाकिस्तान के पेशावर में एक आर्मी स्कूल में मंगलवार दोपहर हुए आतंकी हमले में मरने वालों की तादाद 141 तक पहुंच गई है. मरने वालों में 132 से ज्यादा बच्चे हैं. जबकि 9 स्कूल लोग स्कूल के स्टाफ के थे. घायलों की संख्या 245 से ज्यादा है.
मंगलवार सुबह सात आतंकी सिक्योरिटी फोर्स की वर्दी में आर्मी स्कूल में घुस गए थे. आतंकियों ने स्कूल में घुसने से पहले बाहर खड़ी गाड़ियों को अपना निशाना बनाया, जबकि फायरिंग और धमाकों के कारण स्कूल की इमारत को भी भारी नुकसान हुआ है. आतंकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान ने हमले की जिम्मेदारी ली है. पाकिस्तानी सेना ने बताया कि स्कूल से करीब 960 लोगों को निकाल लिया गया है.
घटना के बाद मंगलवार देर शाम पीएम मोदी ने नवाज शरीफ से फोन पर बात कर दुख व्यक्त किया. मोदी ने ट्विटर पर कहा कि बुधवार को भारत के सभी स्कूलों में 2 मिनट का मौन रख पाकिस्तान में मारे गए बच्चों को श्रद्धांजलि दी जाएगी. मोदी ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत पाकिस्तान के साथ है. पाकिस्तानी सेना ने बताया कि आतंकी हमला करने वाले 7 आतंकी मारे जा चुके हैं. 960 लोगों को बचा लिया गया है. मरने वाले 141 में 132 स्कूली बच्चे जबकि 9 स्कली स्टाफ शामिल था. सेना ने बताया कि आतंकी बहुत ज्यादा नुकसान पहुंचाना चाहते थे. आतंकियों के पास कई दिनों तक हमला करने के लिए हथियार थे.
स्कूल में आतंकी हमला, पल-पल की खबर-
09:20 PM-पाकिस्तान के स्कूल में आंतकी हमले में 141 की मौत, 245 लोग घायल
08:00 PM-अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने पेशावर हमले की कड़ी निंदा की. व्हाइट हाउस की ओर से इस बाबत एक बयान भी जारी किया गया.
05:45 PM-पीएम नवाज शरीफ ने सभी पार्टियों की आपात बैठक बुलाई
05:40 PM-जियो चैनल के मुताबिक, आतंकी हमले में मरने वालों की संख्या 132 पहुंची, 245 लोग घायल.
05:20 PM-पाकिस्तानी हमले में अब तक 6 आतंकी मारे गए.
05:15 PM-पीएम नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तानी हमले पर दुख जताया.
My heart goes out to everyone who lost their loved ones today. We share their pain & offer our deepest condolences.
— Narendra Modi (@narendramodi) December 16, 2014
जानकारी के मुताबिक, यह स्कूल पेशावर के बिहारी कॉलोनी के निकट वारसाक रोड पर स्थित है. पाकिस्तानी अखबार 'डॉन' का कहना है कि स्कूल में 500 बच्चे मौजूद हैं, जिन्हें बंधक बना लिया गया है. यही नहीं, आतंकियों को बड़े बच्चों को मारने का भी हुक्म है.
स्कूल के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल और सुरक्षा बलों की तैनाती कर दी गई है. दो हेलीकॉप्टर स्कूल की निगरानी में जुट गए हैं और एम्बुलेंस की तैनाती भी कर दी गई है.
तहरीक-ए-तालिबान की कहानी
पेशावर के आर्मी स्कूल पर हमला करने वाले आतंकवादी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान को कई कट्टरपंथी इस्लामिक संगठनों का साझा गठजोड़ माना जाता है. यह संगठन पाकिस्तान के अफगानिस्तान सीमा से सटे कबीलाई इलाकों (फाटा) में सबसे ज्यादा सक्रिय है. इसका गठन दिसंबर 2007 में हुआ था. जब तालिबान के पाकिस्तान में सक्रिय तकरीबन 13 गुटों ने बैतुल्ला महसूद के नेतृत्व में टीटीपी का गठन किया. संगठन घोषित तौर पर पाकिस्तान की सरकार का विरोध करता है और देश में शरीया लागू करने के इरादे जाहिर करता है. इसके अलावा संगठन अफगानिस्तान में मौजूदा नाटो सेनाओं पर भी निशाना साधता है.