पीएम मोदी द्वारा पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में पाकिस्तानी सरकार के मानवाधिकार हनन के मामलों को उठाए जाने के बाद अब अमेरिका ने भी पाकिस्तान की आलोचना की है. अमेरिका ने पीओके में मानवाधिकार हनन के मामलों को लेकर चिंता जताई है.
पाक अधिकृत कश्मीर में मानवाधिकारों की स्थिति पर चिंता जाहिर करते हुए अमेरिका ने मतभेदों पर शांतिपूर्ण तरीके और एक वैध राजनीतिक प्रक्रिया के जरिए काम करने की अपील की है. विदेश मंत्रालय के उप प्रवक्ता मार्क टोनर ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘वहां (पीओके में ) मानवाधिकारों की स्थिति को लेकर हम चिंतित हैं. हमने अपनी मानवाधिकारों की रिपोर्ट में इसका जिक्र कई साल तक किया है.’
पाक अधिकृत कश्मीर में मानवाधिकारों की स्थिति के बारे में सवाल पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘हम हमेशा से पाकिस्तान में सभी पक्षों से अपील करते आए हैं कि वे अपने मतभेदों पर शांतिपूर्ण तरीके से और एक वैध राजनीतिक प्रक्रिया के तहत काम करें.’
गिलगित-बाल्टिस्तान पर भी खरी खरी
टोनर ने कहा, ‘कश्मीर के बारे में हमारी नीति सर्वविदित है.’ इस माह की शुरूआत में गिलगित-बाल्टिस्तान क्षेत्र में मानवाधिकारों के उल्लंघन और पाकिस्तानी सुरक्षा बलों की कार्रवाई के खिलाफ प्रदर्शन किए गए थे.
पीएम मोदी ने उठाया था मुद्दा
हाल ही में लगातार पाकिस्तान की ओर से कश्मीर रट लगाए जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाक अधिकृत कश्मीर के लोगों का मुद्दा उठाया था और पाकिस्तान को मानवाधिकार हनन के मामले को लेकर निशाना साधा था. पीएम मोदी ने कहा था कि PoK के लोगों को पाकिस्तान के दमन से मुक्ति दिलाना भारत का नैतिक दायित्व है. पीएम मोदी ने इसके साथ-साथ बलूचिस्तान, गिलगित और बालिस्तान के लोगों का मुद्दा भी उठाया था. पीएम के बयान के बाद बलूचिस्तान आंदोलन में एक नई जान आ गई है. अब अमेरिका की झिड़की ने पाकिस्तान की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं.