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यूएनजीए समिट में तीन बार पीएम मोदी के सामने होंगे इमरान खान

पहली बार यूएनजीए की ओपनिंग सेरेमनी के दौरान, फिर लंच के दौरान और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के रिसेप्शन में भी दोनों नेताओं का आमना-सामना होगा. हालांकि दोनों नेताओं के बीच इस दौरान बातचीत नहीं होगी. 

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और इमरान खान की फाइल फोटो (IANS)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और इमरान खान की फाइल फोटो (IANS)

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  • ओपनिंग सेरेमनी और लंच के दौरान दोनों नेता साथ होंगे

  • इस मौके पर दोनों नेताओं के बीच बातचीत नहीं होगी

न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) की बैठक के दौरान कम से कम तीन मौकों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके पाकिस्तानी समकक्ष इमरान खान का आमना-सामना होगा. इन तीनों मौकों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और इमरान खान एक ही रूम में मौजूद रहेंगे.

पहली बार यूएनजीए की ओपनिंग सेरेमनी के दौरान, फिर लंच के दौरान और फिर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के रिसेप्शन में भी दोनों नेताओं का आमना-सामना होगा. हालांकि दोनों नेताओं के बीच इस दौरान बातचीत नहीं होगी.

इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को देशों से आतंकवादियों को संयुक्त राष्ट्र की प्रतिबंधित सूची में डालने या आतंकवाद को धन मुहैया कराने (टेरर फंडिंग) में शामिल देशों पर आर्थिक प्रतिबंध लगाने जैसे आतंकवाद-रोधी कदमों का राजनीतिकरण नहीं करने का आग्रह किया.

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संवाददाताओं से संयुक्त राष्ट्र में लीडर्स डायलॉग ऑन स्ट्रेटेजिक रेस्पॉन्सेस टू टेरेरिस्ट एंड वॉयलेंट एक्सट्रीमिस्ट नैरेटिव्स में पीएम मोदी की भागीदारी के संबंध में विदेश मंत्रालय के सचिव (पश्चिम) गीतेश शर्मा ने सोमवार को कहा कि प्रधानमंत्री ने इस समूह में कहा कि "हमें आतंकवाद के खिलाफ प्रभावी लड़ाई लड़ने के लिए आतंकवादियों पर प्रतिबंध लगाने वाली 'यूएन लिस्टिंग' और आतंकवाद को वित्तीय सहायता देने वाले फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) का राजनीतिकरण करने से बचना होगा."

नाम न लेने के बावजूद इस आग्रह का इशारा चीन की तरफ था, क्योंकि चीन ने लगभग एक दशक तक संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की ओर से जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) प्रमुख मसूद अजहर को अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित करने का विरोध किया था.(एजेंसी से इनपुट)

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