पीएम नरेंद्र मोदी बांग्लादेश दौरे पर हैं. इस दौरान शुक्रवार को उन्होंने ढाका में बांग्लादेश के नेशनल डे प्रोग्राम में शिरकत की. यहां अपने भाषण के दौरान पीएम मोदी ने भारतीय सेना के उन वीर जवानों को नमन किया, जो मुक्तियुद्ध में बांग्लादेश के साथ खड़े हुए थे. साथ ही पीएम मोदी ने पाकिस्तान का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि यहां (बांग्लादेश) के लोगों पर पाकिस्तानी सेना का अत्याचार हमें व्यथित कर देता था, कई दिनों तक इन तस्वीरों ने हमें सोने नहीं दिया.
इंदिरा गांधी को किया याद
ढाका में अपने भाषण के दौरान जहां पीएम मोदी ने पाकिस्तान का जिक्र किया तो वहीं, पूर्व पीएम इंदिरा गांधी को भी याद किया. पीएम मोदी ने कहा कि बांग्लादेश के स्वाधीनता संग्राम को समाज के हर वर्ग से समर्थन प्राप्त हुआ. तत्कालीन पीएम इंदिरा गांधी के प्रयास और उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को सभी जानते हैं.
पीएम मोदी बोले- संघर्ष में मैं भी था शामिल
इस बीच पीएम मोदी ने यह भी कहा कि बांग्लादेश की आजादी के लिए संघर्ष में शामिल होना, मेरे जीवन के पहले आंदोलनों में से एक था. मेरी उम्र 20-22 साल रही होगी जब मैंने और मेरे कई साथियों ने बांग्लादेश के लोगों की आजादी के लिए सत्याग्रह किया था. उन्होंने कहा कि बांग्लादेश की नौजवान पीढ़ी को मैं ये बात बहुत गर्व से याद दिलाना चाहता हूं.
मजबूत होंगे दोनों देशों के रिश्ते: पीएम मोदी
पीएम मोदी ने आगे कह कि ये एक सुखद संयोग है कि बांग्लादेश के आजादी के 50 वर्ष और भारत की आजादी के 75 वर्ष का पड़ाव, एक साथ ही आया है. उन्होंने कहा कि हम दोनों देशों के लिए, 21वीं सदी में अगले 25 वर्षों की यात्रा बहुत ही महत्वपूर्ण है. हमारी विरासत और हमारा विकास दोनों साझे हैं. दोनों देशों के रिश्ते आगे और भी मजबूत होंगे. भाषण के दौरान पीएम ने कहा कि इन दोनों तरफ के सैनिकों का खून बांग्लादेश में मिला हुआ और यही खून दोनों देशों के संबंध को इतना मजबूत बनाता है ये किसी भी स्थिति में नहीं टूट सकता.