प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यूएन में भाषण के बाद शनिवार तड़के (भारतीय समयानुसार) पड़ोसी देशों के पीएम और राष्ट्रपति से मिले. पीएम मोदी ने श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना से मुलाकात को रिश्तों को आगे ले जानी वाली बताया. उन्होंने बताया कि सिरिसेना से क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर बात हुई.
मुलाकात के बाद विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया कि भारत स्वाभाविक तौर पर न्याय का पक्षधर है और श्रीलंका की संप्रभुता का सम्मान करता है. उम्मीद है बीच का रास्ता निकाल लिया जाएगा. भारत ने हाल ही में श्रीलंका के इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास के लिए प्रतिबद्धता जताई थी.
उठा मानवाधिकार का मुद्दा
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने बताया कि श्रीलंका के संबंध में मानवाधिकार परिषद की स्थिति का मुद्दा भी उठा. अब उच्चायुक्त की रिपोर्ट पर गौर किया जाएगा. बातचीत में समन्वय की प्रक्रिया पर भी बात हुई. सिरिसेना ने आगे बढ़ने की उम्मीद जताई है.
साइप्रस हमारे साथ है
मोदी साइप्रस के राष्ट्रपति निकोस अनस्तासियादिस से मुलाकात के बाद पीएम ने कहा कि हम परंपरागत मित्र हैं. साइप्रस हमेशा हमारे साथ खड़ा रहा है.
Had a meeting with President @AnastasiadesCY. We talked about stronger cooperation between India and Cyprus. pic.twitter.com/46xgyQB9zv
— Narendra Modi (@narendramodi) September 26, 2015
भूटान के पीएम ने की भाषण की तारीफ
भूटान के पीएम तोगबे ने मोदी के यूएन में दिए भाषण की तारीफ की. द्विपक्षीय सहयोग को लेकर तोगबे ने हाइड्रो इलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट पर संतुष्टि जाहिर की. भूटान में भारत छोटे-छोटे विकास कार्यक्रम चला रहा है.
Enjoyed calling on PM @narendramodi at the Waldorf Astoria. We reaffirmed our close ties of friendship & cooperation pic.twitter.com/QX4KjSWPa5
— Tshering Tobgay (@tsheringtobgay) September 25, 2015
बांग्लादेश-भूटान-इंडिया-नेपाल मोटर व्हीकल एग्रीमेंट पर भी चर्चा हुई. पीएम ने कहा कि इस रिश्ते को सड़क से आगे ले जाना है. साथ ही सुरक्षा परिषद में सुधार को लेकर भी बातचीत हुई.