प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने विदेशी दौरे के दूसरे पड़ाव पर रविवार को अमेरिका के वॉशिंगटन पहुंचे. पहले दिन पीएम मोदी ने वॉशिंगटन के होटल विलार्ड इंटरकंटीनेंटल में दिग्गज कंपनियों के मुख्यकार्यकारी अधिकारियों के साथ गोलमेज बैठक की. यह बैठक सवा घंटे से ज्यादा समय तक चली. इस दौरान मोदी के मेक इन इंडिया और ट्रंप के फर्स्ट अमेरिका नीतियों के बीच तालमेल बैठाने को लेकर अमेरिकी कंपनियों के सीईओ से बातचीत हुई.
वैसे भी मोदी के इस दौरे में कारोबार और जीएसटी मुद्दे पर निवेशकों से बातचीत शीर्ष एजेंडे में हैं. मोदी के साथ बैठक में एडोब के प्रेसिडेंट और सीईओ, चेयरमैन शांतनु नारायण, अमेजन के सीईओ जेफ बेजोस, अमेरिकन टावर कॉरपोरेशन के सीईओ जेम्स टेकलेट, एप्पल के सीईओ टीम कुक, कैटरपिलर के सीईओ जिम यूम्पलेबाई, गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई, मरियोट्ट इंटरनेशनल के प्रमुख अर्ने सोरेनसन, जोन्सन एंड जोन्सन के एलेक्स गोर्स्की, मास्टरकार्ड के अजय बग्गा, वारबर्ग पिंचुस के चार्ल्स काये और कार्लिले ग्रुप के डेविड रुबेनस्टेन समेत 21 कंपनियों के सीईओ मौजूद रहे.
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इससे पहले अमेरिका की दिग्गज कंपनियों के मुख्यकार्यकारी अधिकारी पीएम मोदी से मुलाकात को लेकर बेहद उत्साहित दिखे. इस बैठक का मक्सद भारत में निवेश को प्रोत्साहित था. दरअसल, जीएसटी को लेकर विदेशी निवेशकों में तमाम आशंकाएं थी. ऐसे में यह बैठक यह बैठक काफी अहम मानी जा रही है. इससे निवेशकों को जीएसटी को समझने में भी मदद मिली.
A who's who of business. Here's the list of CEOs attending the CEOs Roundtable today pic.twitter.com/TclnZjNRz1
— Gopal Baglay (@MEAIndia) June 25, 2017
इससे पहले रविवार सुबह वॉशिंगटन पहुंचने पर भारतवंशियों ने पीएम मोदी का जोरदार स्वागत किया. इस दौरान मोदी ने भारतीय समुदाय के लोगों से हाथ मिलाया और अभिवादन स्वीकर किया. अभी तक मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुलाकात नहीं हुई हैं. हालांकि पीएम मोदी व्हाइट हाउस से महज पांच सौ मीटर की दूरी पर स्थित दो सौ साल पुराने विलॉर्ड होटल में ठहरे हुए हैं. मोदी ने कहा कि जीएसटी को लागू किये जाने का ऐतिहासिक फैसला अमेरिका के बिजनेस स्कूलों में अध्ययन का विषय हो सकता है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बागले ने ट्वीट कर कहा कि सारी दुनिया भारत की ओर देख रही है. भारत सरकार ने 7,000 सुधार अकेले कारोबार सुगमता और न्यूनतम सरकार, अधिकतम शासन के लिए किए हैं. बागले के मुताबिक मोदी ने कंपनी प्रमुखों से कहा कि भारत की वृद्धि उसके और अमेरिका दोनों के लिए फायदेमंद हैं. अमेरिकी कंपनियों के सामने इसमें योगदान देने का एक महान अवसर है. वहीं, भारतीय मूल के सीईओ सुंदर पिचाई ने कहा कि पीएम मोदी भारत में निवेश आकर्षित करना चाहते हैं.
PM @narendramodi : Growth of India presents win-win partner'p for India & US both, US cos. have a great opportunity to contribute to that. pic.twitter.com/J0XQfLeX24
— Gopal Baglay (@MEAIndia) June 25, 2017
इस मशहूर होटल में अमेरिका के राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन और मार्टिन लूथर किंग जूनियर भी ठहर चुके हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पीएम मोदी के स्वागत में 'वर्किंग डिनर' आयोजित करेंगे. यह पहली बार है, जब ट्रंप किसी विदेशी नेता के लिए व्हाइट हाउस में डिनर की मेजबानी कर रहे हैं.
इससे पहले उन्होंने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और जापानी प्रधानमंत्री शिंजो अबे के लिए फ्लोरिडा के मार-ए-लागो गोल्फ एस्टेट में डिनर आयोजित किया था. मोदी अपने तीन साल के कार्यकाल में पांचवीं बार अमेरिका दौरे पर पहुंचे हैं, लेकिन डोनाल्ड ट्रंप के साथ उनकी यह पहली मुलाकात है. मोदी और ट्रंप की मुलाकात पर पाकिस्तान और चीन समेत दुनिया भर की निगाह है.
Prime Minister Narendra Modi meets US business leaders in Washington DC #ModiInUS pic.twitter.com/hcaOz95tPP
— ANI (@ANI_news) June 25, 2017
भारतीय समयानुसार अमेरिका में मोदी का कार्यक्रम
* रविवार शाम वॉशिंगटन के होटल विलार्ड इंटरकंटीनेंटल में पीएम मोदी ने दिग्गज कंपनियों के मुख्यकार्यकारी अधिकारियों के साथ गोलमेज बैठक की.
* भारतीय समयानुसार रविवार रात 11:30 बजे पीएम मोदी रिट्ज कार्लटन टिसन होटल में आयोजित होने वाले भारतीय समुदाय के कार्यक्रम में शामिल होंगे. इस कार्यक्रम की मेजबानी अमेरिका में भारतीय राजदूत कर रहे हैं. पीएम मोदी इस कार्यक्रम को संबोधित करेंगे.
* सोमवार दोपहर बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और पीएम मोदी की मुलाकात होगी. इस दौरान दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय मुद्दों पर व्यापक चर्चा होगी. दोनों नेताओं के बीच चीन की वन बेल्ट वन रोड परियोजना और आतंकवाद के पनाहगाह पाकिस्तान के खिलाफ सख्ती को लेकर भी बातचीत हो सकती है. अमेरिकी अधिकारियों की माने, तो मोदी का यह दौरा मेलमिलाप पर केंद्रित रहेगा.
* ट्रंप की ओर से व्हाइट हाउस में मोदी के सम्मान में वर्किंग डिनर की मेजबानी करेंगे. यह पहली बार है, जब ट्रंप किसी विदेश नेता को व्हाइट हाउस में डिनर दे रहे हैं.