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बर्लिन पहुंचे PM मोदी, भारतीयों से पूछा- गूगल हमारे यहां पैदा क्यों नहीं हुआ?

तीन देशों की यात्रा पर निकले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को जर्मनी के हैनोवर बिजनेस समिट में निवेश का न्योता देकर बर्लिन पहुंचे. इस दौरान जहां बर्लिन एयरपोर्ट पर प्रवासी भारतीयों में मोदी का क्रेज दिखा, वहीं प्रवासी भारतीयों के बीच प्रधानमंत्री ने बदलते भारत की तस्वीर पेश की. पीएम ने कहा कि भारतीयों में अलग तरीके से सोचने की शक्ति है.

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बर्लिन में प्रवासी भारतीयों को संबोधि‍त करते नरेंद्र मोदी
बर्लिन में प्रवासी भारतीयों को संबोधि‍त करते नरेंद्र मोदी

तीन देशों की यात्रा पर निकले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को जर्मनी के हैनोवर बिजनेस समिट में निवेश का न्योता देकर बर्लिन पहुंचे. इस दौरान जहां बर्लिन एयरपोर्ट पर प्रवासी भारतीयों में मोदी का क्रेज दिखा, वहीं प्रवासी भारतीयों के बीच प्रधानमंत्री ने बदलते भारत की तस्वीर पेश की. पीएम ने कहा कि भारतीयों में अलग तरीके से सोचने की शक्ति है.

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प्रवासी भारतीयों को संबोधि‍त करते हुए पीएम मोदी ने विकास का फंडा रखा. पीएम ने कहा, 'कृषि, निर्माण और सर्विस सेक्टर में संतुलन बनाकर भारत विकास के पथ पर आगे बढ़ सकता है.' आईटी क्षेत्र में भारतीय मूल के लोगों की धाक का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा, 'हमारे देश के लोग विदेश जाकर गूगल और तमाम बड़ी कं‍पनियों में काम करते हैं. मैं पूछता हूं कि गूगल हमारे यहां क्यों नहीं पैदा हुआ? हिंदुस्तान मैनुफैक्चरिंग हब बन सकता है. भारत में कम खर्च में निर्माण कूवत है.'

आज मर्केल के साथ बातचीत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल के साथ विस्तृत बातचीत करेंगे. इसमें इस बात पर ध्यान दिया जाएगा कि जर्मनी भारत के विकास एजेंडे में उसके साथ कैसे काम कर सकता है. मर्केल के साथ हैनोवर फेयर में भारतीय पवेलियन का संयुक्त उद्घाटन करने के बाद प्रधानमंत्री जर्मनी की राजधानी पहुंचे हैं.

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बर्लिन पहुंचने के बाद मोदी ने सीमेंस टेक्निकल एकेडमी का दौरा किया. यहां मोदी ने विद्यार्थियों से उनके कार्यों के बारे में उनकी बातें सुनीं. पीएम ने जर्मनी के वाइस चांसलर सिगमार गाब्रिएल से भी मुलाकात की. सिगमा सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी (एसपीडी) के अध्यक्ष एवं जर्मनी के आर्थिक और ऊर्जा मंत्री भी हैं.

इंडो-जर्मन बिजनेस समिट
इससे पहले हैनोवर में पीएम मोदी ने इंडो-जर्मन बिजनेस समिट को भी संबोधित किया. मोदी ने कहा कि जर्मनी और भारत के आपसी सहयोग की असीम संभावनाएं हैं. पीएम ने विदेशी निवेशकों को भारत आने का न्योता दिया और कहा कि थ्रीडी यानी डेमोग्रॉफी, डेमोक्रेसी और डिमांड दुनिया को भारत की ओर आकर्ष‍ित कर रही है.

जर्मन अखबार में लिखा लेख
प्रधानमंत्री मोदी ने जर्मनी के एक समाचार पत्र फ्रैंकफर्ट अलगेमीन जीटंग के लिए लेख भी लिखा. सोमवार को प्रकाशित आलेख में मोदी ने कहा, 'हमारे 'एक्ट ईस्ट' और 'लिंक वेस्ट' नीति से भारत में एक विनिर्माण केंद्र के रूप में पूर्व और पश्चिम का सेतु बनने की संभावना है.' मोदी ने लिखा कि वह भारत को वैश्विक विकास का एक इंजन बनाना चाहते हैं.

पीएम मोदी ने लिखा, 'हमारा लोकतांत्रिक सिद्धांत और व्यवहार स्थायित्व का भरोसा दिलाने वाला है. हमारे पास एक स्वतंत्र मीडिया और स्वतंत्र न्यायपालिका है जो सभी प्रकार की मुक्त अभिव्यक्ति को जगह देता है. अंतरराष्ट्रीय साझेदारी की भारत की चाह में जर्मनी विशेष स्थान रखता है और भारत की जरूरतें जर्मन उद्योग जगत के लिए कारोबारी अवसर बन सकती हैं.'

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