प्रधानमंत्री BRICS सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए साउथ अफ्रीका पहुंच चुके हैं. यहां मंगलवार को पीएम मोदी ने ब्रिक्स बिजनेस फोरम को संबोधित किया. इसमें पीएम ने भारत की उपलब्धियों के बारे में बताया.
पीएम मोदी ने कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं में उथल-पुथल के बावजूद भारत तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है. आगे भारत जल्द 5 ट्रिलियन वाली इकोनोमी बनेगा. इतना ही नहीं भारत आने वाले वर्षों में दुनिया का ग्रोथ इंजन होगा. पीएम ने कहा कि ऐसा इसलिए संभव हो पाया क्योंकि भारत ने आपदा और कठिन समय को आर्थिक सुधारों में बदल दिया.
मोदी ने कहा कि पिछले कुछ सालों में सरकार ने मिशन मोड में बदलाव किए हैं, उनसे भारत में ईज ऑफ डूइंग बिजनेस (व्यापार करने में आसानी) में बढ़ोतरी हुई है. बिजनेस करने के लिए अनुमति लेने की जो अलग-अलग नीतियां थीं उनके भार को कम किया है. मोदी ने आगे कहा कि मौजूदा सरकार रेड टेप को हटाकर रेड कार्पेट बिछा रही है, जिससे व्यापार के विकल्प बढ़ें.
आगे मोदी ने BRICS बिजनेस काउंसिल को 10वीं वर्षगांठ की बधाई दी. मोदी बोले कि पिछले 10 सालों में BRICS बिजनेस काउंसिल ने आर्थिक सहयोग को बढ़ाने में महत्वपूर्ण रोल अदा किया है.
स्वामीनारायण मंदिर का काम देखा
बता दें कि जोहान्सबर्ग में स्वामीनारायण मंदिर बनाया जा रहा है. BRICS बिजनेस काउंसिल के सम्मेलन में हिस्सा लेने से पहले पीएम मोदी ने उस काम का भी जायजा लिया. ये मंदिर साल 2017 से बन रहा है, इस साल के अंत तक इसका काम पूरा हो सकता है.
पीएम मोदी ब्रिक्स सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए चार दिन के दौरे पर साउथ अफ्रीका और ग्रीस पहुंचे हैं. मंगलवार को पीएम के पहुंचने पर प्रिटोरिया हिंदू सेवा समाज के सदस्यों ने उनका स्वागत किया था. ये लोग स्वामीनारायण मंदिर संस्था से जुड़े हुए हैं.
साउथ अफ्रीका में 22-23 अगस्त को 15वां ब्रिक्स सम्मेलन होना है. पीएम वहां साउथ अफ्रीका के राष्ट्रपति माटामेला सिरिल रामफोसा के न्योते पर पहुंचे हैं.
ब्रिक्स संगठन में कौन-कौन है?
बता दें कि ब्रिक्स संगठन में कुल 5 देश शामिल हैं. इसमें भारत के अलावा ब्राजील, रूस, चीन और साउथ अफ्रीका शामिल हैं. BRICS का उद्देश्य विश्व अर्थव्यवस्था में इसमें शामिल देशों की भूमिका को मजबूती देना है और उनकी सामर्थ्य को बढ़ावा देना है. इसका मुख्य फोकस इस बात पर है कि इसके सदस्य देश आपसी सहयोग से विश्व राजनीति और अर्थव्यवस्था में अपनी भूमिका को मजबूत करें. इन सम्मेलनों में देशों के नेता अर्थव्यवस्था, सुरक्षा, विकास और अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर विचार विमर्श करते हैं और सहमति बनाने की कोशिश करते हैं.
बता दें कि पिछले तीन सालों से ब्रिक्स समिट कोरोना की वजह से वर्चुअली हो रहा था. अब कोविड महामारी खत्म होने के बाद साउथ अफ्रीका में इसका सम्मेलन हो रहा है.