चीनी दौरे के आखिरी दिन दिखा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मेक इंन इंडिया की अपील का असर. भारत और चीन की कंपनियों के बीच 22 अरब डॉलर के 21 समझौतों पर हस्ताक्षर हुए. पीएम ने कहा भारत में बेहतर हुआ कारोबार का माहौल.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को बीजिंग से शंघाई पहुंचे, जो उनकी तीन दिवसीय चीन यात्रा का अंतिम पड़ाव है. शनिवार को भारतीय समयानुसार सुबह 7 बजे पीएम मोदी ने चीन की चुनिंदा बड़ी कंपनियों के सीइओ से मुलाकात की. यहीं पर उन्होंने इंडिया-चाइना बिजनेस फोरम को भी संबोधित किया. इसके बाद शंघाई में ही पीएम मोदी का चीन के कई अन्य नेताओं से मुलाकात का कार्यक्रम है.
पीएम मोदी ने इस दौरान कहा, 'बौद्ध धर्म सफलता का बीज है. चीन के प्राचीन इतिहास से भारत को भी फायदा है. मैं कई कंपनियों के सीईओ से मिला. भगवतगीता और रामायण का चीनी अनुवाद भी चीन में काफी लोकप्रिय है. तुलसी रामाायण का चीनी भाषा में अनुवाद हुआ. भारत चीन के पास विकास की अनंत संभावनाएं हैं.'
मोदी ने इस दौरान चीनी निवेशकों को भारत आने का न्योता देते हुए कहा कि हम व्यापार के लिए तैयार हैं. मोदी ने साथ ही कहा कि व्यापार के लिए एफडीआई की जरूरत है. इस साल एफडीआई में 39 फीसदी बढ़ोतरी हुई है. हमें व्यापार के बारे में आपसे सीखना होगा.
सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम के तहत पीएम मोदी इसके बाद फुदान यूनिवर्सिटी जाएंगे. वह चीन में रह रहे भारतीय समुदायों को भी संबोधित करेंगे. करीब 2 बजे दोपहर में इंडियन एयर फोर्स के विशेष विमान से वह मंगोलिया के लिए रवाना होंगे. मंगोलिया के बाद वह दक्षिण कोरिया जाएंगे. लूक ईस्ट पॉलिसी के नजरिये से देखें तो चीन के साथ-साथ मंगोलिया और दक्षिण कोरिया की यात्रा चीन के साथ आपसी रिश्तों को बढ़ावा देने के अलावा उस पर दबाव बनाने की कूटनीतिक पहल के तौर पर भी देखी जानी चाहिए.
71 बिलियन डॉलर के समझौते
चीन यात्रा के दूसरे दिन बीजिंग में शुक्रवार को पीएम मोदी और चीन के प्रधानमंत्री ली केकियांग की मुलाकात हुई और दोनों देशों के बीच 24 समझौतों (71 बिलियन डॉलर के करीब) पर हस्ताक्षर हुए. इन समझौतों में दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार के बीच आने वाली बाधाओं को दूर करने के लिए जरूरी कदम उठाने व एक दूसरे की अर्थव्यवस्था की बाजार तक पहुंच बढ़ाने के लिए सुविधा प्रदान करने पर सहमति बनी. इसके अलावा, दोनों देशों ने विषम द्विपक्षीय व्यापार को कम करने के लिए कदम उठाने का संकल्प लिया. हालांकि दोनों देश सीमा संबंधी मुद्दे पर ज्यादा आगे बढ़ने में नाकाम रहे.
बच्चों से की मुलाकात, ली सेल्फी
बीजिंग के 'टेंपल ऑफ हैवेन' में प्रधानमंत्री मोदी ने बच्चों से भी मुलाकात की और उनसे चीनी भाषा में बात करने की कोशिश की. मोदी बच्चों के साथ सेल्फी लेते भी नजर आए. ट्विटर पर उन्होंने मेजबान प्रधानमंत्री ली केकियांग के साथ सेल्फी भी शेयर की. इसके बाद मोदी शंघाई के लिए रवाना हो गए. यहां पीएम मोदी ने कहा कि योग शरीर, मस्तिष्क और बुद्धि को कंट्रोल करने की कला है और अगर स्वर्ग प्राप्त करना है तो मन, बुद्धि, शरीर तीनों का संतुलन चाहिए.
राष्ट्रपति जिनपिंग के गृहनगर का दौरा
आपको बता दें कि पीएम मोदी ने अपनी तीन दिवसीय चीन यात्रा की शुरुआत शांक्शी प्रांत की राजधानी शियान से की थी, जो राष्ट्रपति शी जिनपिंग का गृहनगर है. जब शी जिनपिंग भारत की यात्रा पर आए थे तो उन्होंने भी मोदी के गृह राज्य गुजरात का दौरा किया था.